MP Big News: कटनी अब कनकपुरी बनने की राह पर है। जिले में माइनिंग कॉन्क्लेव के जरिए 56 हजार करोड़ रुपए का निवेश आया है। यह निवेश न केवल उद्योगों को गति देगा, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। यह बात मुयमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिले के बड़वारा में सांदीपनि विद्यालय को लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान कही।
मुख्यमंत्री ने कटनी को 234 करोड़ रुपए की विकास कार्यों की सौगात दी और 127 करोड़ रुपए लागत की परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कटनी जिले में कोयला, लाइमस्टोन और क्रिटिकल मिनरल्स का भंडार है। अब यहां सोना मिलने की संभावना भी है।
पन्ना में हीरे की तरह कटनी सोने की नगरी बनेगा और इसे कनकपुरी के नाम से जाना जाएगा। इससे क्षेत्र का न सिर्फ तेजी से विकास होगा, बल्कि क्षेत्र में ही रोजगार के नए-नए अवसर भी बनेंगे। कटनी के विकास की बात करते हुए मुयमंत्री डॉ. यादव ने सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने और पुराने जलाशयों की मरमत की भी घोषणा कर कहा, यह कदम किसानों के जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री को 18 सितंबर को विभिन्न सिनेमाघरों में रिलीज किया गया। डाक्यूमेंट्री का नि:शुल्क प्रदर्शन प्रदेश के पांच शहरों में 24 सितंबर तक लगातार होगा। करीब ३५ मिनट की फिल्म ‘फिल्म चलो जीते हैं’ पीएम मोदी के बाल्यकाल पर आधारित है।
गुरुवार की शाम भोपाल के सिनेमाघर में सीएम डॉ. मोहन यादव ने फिल्म देखी। सीएम ने कहा, उक्त फिल्म एक आदर्श है, जो अतीत से वर्तमान में लाकर छोड़ती है। बता दें, इसका विशेष प्रदर्शन बालाघाट, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर एवं उज्जैन के सिनेमाघरों में होगा। (फोटो- डॉक्यूमेंट्री देखते सीएम डॉ. मोहन यादव, खेल मंत्री विश्वास सारंग व अन्य।
जबलपुर में सीएम डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को अमर शहीद राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर हुए समारोह में श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा, स्वदेशी की बात करेंगे तो विदेशियों की क्रूरता की याद आएगी। इसी से इस देश के कल्याण का रास्ता निकलेगा। सीएम डॉ. यादव ने कहा, हमें आदतें बदलकर स्वदेशी की भावना अपनानी होगी। इससे न छोटे व्यापारियों को मदद मिलेगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त होगा। गोंडवाना राज्य के राजा शंकर शाह व पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह कर सर्वोच्च बलिदान दिया। सीएम ने कहा, यह बलिदान पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा। जन्म और मृत्यु एक बार ही आते हैं, पर देश की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद अमर रहते हैं। राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह ऐसे ही शहीद हैं। उन्होंने कन्वेंशन सेंटर में स्वदेशी उत्पादों के मेले और प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए स्व-सहायता समूहों की ‘लखपति दीदीयों’ के बनाए उत्पादों की सराहना की और कुल्हड़ में चाय की चुस्की भी ली। वहीं सेवा पखवाड़े के तहत रानी दुर्गावती चिकित्सालय में श्रमदान किया और झाड़ू लगाई।
Published on:
19 Sept 2025 11:45 am