
STF Bitumen Adulteration: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पेट्रोलियम पदार्थों में मिलावट और कालाबाजारी करने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है। STF की टीम ने इस गैंग के 6 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जो बिटुमिन (Bitumen) और अन्य पेट्रोलियम पदार्थों में मिलावट कर नकली तारकोल तैयार कर रहे थे। गिरफ्तार अभियुक्तों में पवन सिंह उर्फ राजेंद्र सिंह, रणवीर, सुशील कुमार, सतीश कुमार, बंटी और देवी सिंह शामिल हैं। इन सभी को STF ने कबीर कोल्ड स्टोर के पीछे, ईंट भट्टा थाना क्षेत्र अरौल, जनपद कानपुर नगर से गिरफ्तार किया।
STF की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ कि ये आरोपी लंबे समय से बिटुमिन ऑयल में मार्बल डस्ट (सफेद पाउडर) मिलाकर अपमिश्रित तारकोल (Fake Tar/Bituminous Mix) तैयार कर रहे थे। इस नकली तारकोल को असली के रूप में बेचकर यह गिरोह सरकारी और निजी निर्माण कार्यों में इस्तेमाल के लिए ठेकेदारों तक पहुंचाता था। इस गोरखधंधे में ये आरोपी लाखों रुपये का अवैध लाभ कमा रहे थे। जांच में यह भी सामने आया कि इनका नेटवर्क प्रदेश के कई जिलों तक फैला हुआ है, जहां बिटुमिन और टैंकरों के जरिए माल की सप्लाई होती थी।
मौके से बिटुमिन आयल, ड्रम, पाइप, स्टोरेज टैंक और अन्य उपकरण भी जब्त किए गए हैं। STF ने कहा कि जब्त किए गए पदार्थों का मूल्य करोड़ों रुपये में है।
STF अधिकारियों के अनुसार, इस तरह की मिलावट न केवल सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि सड़कों की गुणवत्ता पर भी सीधा असर डालती है। नकली तारकोल के उपयोग से बनी सड़कें कुछ ही महीनों में टूट जाती हैं, जिससे राज्य सरकार को भारी आर्थिक क्षति होती है। इसके अलावा, ऐसे पेट्रोलियम अपमिश्रण से पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है।
STF को लंबे समय से इस गिरोह की गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थीं। सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर STF लखनऊ यूनिट ने सर्विलांस और भौतिक निगरानी शुरू की। एक टीम ने आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी और जब यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपी ईंट भट्टे के पीछे बड़ी मात्रा में बिटुमिन और अन्य रासायनिक पदार्थों की मिलावट कर रहे हैं, तब छापेमारी की गई। STF की टीम जैसे ही मौके पर पहुंची, आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेराबंदी करके पकड़ लिया। मौके पर मौजूद सामग्री को सील कर लिया गया और सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई।
STF के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त लंबे समय से अपमिश्रित बिटुमिन और पेट्रोलियम पदार्थों की अवैध बिक्री कर रहे थे। यह माल सरकारी निर्माण कार्यों में उपयोग होता था। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि गिरोह का नेटवर्क अन्य जिलों में भी फैला हुआ है। आगे की जांच में और खुलासे होने की संभावना है। अधिकारी ने यह भी कहा कि इस मामले में संबंधित तेल कंपनियों और परिवहन विभाग से भी जानकारी मांगी जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि टैंकर और कच्चा माल कहां से लाया गया था।
STF ने पकड़े गए सभी अभियुक्तों के खिलाफ पेट्रोलियम अधिनियम, आवश्यक वस्तु अधिनियम, और धोखाधड़ी व आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बरामद सामग्री को जब्त कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों से पूछताछ के दौरान STF को कई अहम सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर अन्य राज्यों में फैले इस नेटवर्क पर भी कार्रवाई की जा सकती है।
STF की इस कार्रवाई को प्रदेश में बढ़ रहे पेट्रोलियम अपमिश्रण और कालाबाजारी पर बड़ी कार्यवाही माना जा रहा है। यह कार्रवाई प्रदेश के ऊर्जा और लोक निर्माण विभागों में पारदर्शिता लाने की दिशा में भी एक अहम कदम है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि प्रदेश में इस तरह की कोई भी अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
13 Nov 2025 09:00 pm

