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राजस्थान की इस मंडी में नई सौंफ की पहली खेप, लगी रिकॉर्ड बोली, किसानों में खुशी की लहर

बिलाड़ा शहर की कृषि उपज मंडी में नई सौंफ की फसल आने से मंडी परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई। मंडी में व्यापारी नई फसल की पूजा-अर्चना कर गुड़ और पुष्प चढ़ाकर शुभकामनाएं दीं।

फोटो पत्रिका

बिलाड़ा (जोधपुर)। शहर की कृषि उपज मंडी में नई सौंफ की फसल आने से मंडी परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई। मंडी में व्यापारी नई फसल की पूजा-अर्चना कर गुड़ और पुष्प चढ़ाकर शुभकामनाएं दीं और एक-दूसरे का मुंह मीठा कराकर बोली शुरू की। पहली नई सौंफ की खेप 61,111 रुपए प्रति क्विंटल की रिकॉर्ड बोली में बिकी।

किसान मोहनलाल राठौड़ ने अपने खेत से सौंफ की उपज मंडी में लाकर व्यापारियों के लिए पेश की। मंडी अध्यक्ष महावीर चंद भंडारी, माधव प्रकाश पटेल, जितेंद्र पटेल, रामचंद्र कुमावत, धर्माराम जांजावत, महेंद्र सिंह राठौड़ और चेतन पटेल सहित व्यापारियों ने नई फसल की पूजा-अर्चना की। बोली की शुरुआत 25 हजार रुपए प्रति क्विंटल से हुई और मुहूर्त में यह बढ़कर 61,111 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गई।

बिलाड़ा सौंफ की देश-विदेश में मांग

राजस्थान की एकमात्र सौंफ मंडी होने के कारण आसपास के गांवों और जिलों से बड़ी संख्या में किसान फसल बेचने के लिए बिलाड़ा मंडी पहुंचते हैं। बिलाड़ा सौंफ की गुणवत्ता के कारण देश-विदेश में इसकी मांग रहती है। मंडी में बड़ी मात्रा में सौंफ आने से गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, जयपुर सहित विभिन्न राज्यों और प्रांतों से व्यापारी आए और खरीददारी की।

हालांकि इस बार पिछले साल की तुलना में फसलों के भाव आधे मिलने और बारिश अधिक होने से मूंग और जीरा की फसलें खराब होने के कारण किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। मंडी व्यापार एवं उद्योग संघ के अध्यक्ष महावीर चंद्र भंडारी ने बताया कि बड़ी काश्तकार अपने स्टॉक घरों में रखकर भाव बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं। किसान उम्मीद कर रहे हैं कि सौंफ की फसल उनके लिए मूंग की खराब फसल की भरपाई करेगी और इस बार भाव उचित मिलेंगे।