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Jodhpur: सलमान खान, लॉरेंस बिश्नोई और आसाराम के बाद सोनम वांगचुक, फिर सुर्खियों में आई जोधपुर सेंट्रल जेल

हिरण शिकार प्रकरण में आरोपी सिने अभिनेता सलमान खान जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद रह चुके हैं। इनके अलावा पंजाब का कुख्यात बदमाश लॉरेंस बिश्नोई भी इसी जेल में बंद रहा है।

jodhpur jail
फाइल फोटो- पत्रिका

जोधपुर। लद्दाख के लेह में हिंसा के मामले में गिरफ्तार सोनम वांगचुक की वजह से केन्द्रीय कारागार जोधपुर एक बार फिर सुर्खियों में हैं। सोनम वांगचुक को 977 किमी दूर स्थित जोधपुर जेल में बंद रखा गया है।

यह पहला मामला नहीं है जब किसी राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े आरोपी को जोधपुर जेल लाया गया है। इससे पहले वर्ष 1984 में पंजाब में चलाए ऑपरेशन ब्ल्यू स्टार के दौरान 465 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनको जोधपुर जेल में रखा था। इनमें हरचरण सिंह लोंगेवाला और बाद में पंजाब के मुख्यमंत्री बने प्रकाश सिंह बादल भी शामिल थे।

41 साल बाद भी जेल में ही हैं हथियार

ऑपरेशन ब्लू स्टार में गिरफ्तार कुछ लोगों से हथियार भी जब्त किए गए थे। इन हथियारों को भी जोधपुर जेल में रखवाया गया था, जो अभी तक जेल में रखे हुए हैं।

सुरक्षा पर उठे थे सवाल

जोधपुर सेंट्रल देश की सबसे सुरक्षित जेलों में शुमार रही है, लेकिन सितंबर 2010 में जेल में ही जेलर भारत भूषण भट्ट की हत्या से सुरक्षा पर सवाल उठने लग गए थे। जेलर भारत भूषण भट्ट कुर्सी पर बैठकर बंदियों की हाजरी ले रहे थे। तभी एक बंदी ने गर्दन में चाकू घोंप दिया था। भट्ट के खून बहने लग गया था। उन्हें तुरंत महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।

सलमान खान व लॉरेंस भी रहे

हरिण शिकार प्रकरण में आरोपी सिने अभिनेता सलमान खान जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद रह चुके हैं। इनके अलावा पंजाब का कुख्यात बदमाश लॉरेंस बिश्नोई भी इसी जेल में बंद रहा है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों को भी जोधपुर जेल में बंद रखा गया था। तालिबानी आतंकियों को भी जोधपुर जेल में बंद रखे गए थे।

जेल में लगे कोर्ट ने सुनाई थी आसाराम को सजा

जोधपुर जेल में टाडा कोर्ट की स्थापना की गई थी। पंजाब में ऑपरेशन के दौरान पकड़े लोगों की सुनवाई की गई थी। नाबालिग छात्रा से बलात्कार करने वाले आसाराम को सजा सुनाने के लिए भी इसी कोर्ट में सुनवाई हुई थी और उसे ताउम्र कारावास की सजा सुनाई गई थी।

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पाक के तत्कालीन राष्ट्रपति को लिख दी थी चिट्ठी

जोधपुर जेल में बंद रहने के दौरान जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों में शामिल एक व्यक्ति ने पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को चिट्ठी लिख दी थी, लेकिन यह चिट्ठी उजागर हो गई थी। इससे भी जोधपुर जेल में चर्चा में रही थी। जेल में कई बार बड़ी मात्रा में मोबाइल भी मिलते रहे हैं।