
जालोर। यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जालोर-बागरा रोड को टूलेन से फोरलेन में बदला जा रहा है, लेकिन इस मार्ग पर भारी ट्रैफिक और ट्रांसपोर्टरों की मनमानी इस व्यवस्था को बिगाड़ रही है। 20 किलोमीटर के दायरे में से करीब 14 किलोमीटर सड़क को टू लेन से फोरलेन में क्रमोन्नत किए जाने के बाद, भागली टोल से मामा-खेड़ा तक के दायरे में ट्रांसपोर्टरों और धर्मकांटे के बाहर मनमर्जी से की जा रही पार्किंग, समस्याएं बढ़ा रही हैं।
यह मार्ग 21.50 मीटर चौड़ा है और बाकी क्षेत्र में करीब 7 मीटर तक मनमर्जी से पार्किंग के कारण कार्य में अड़चन आ रही है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बैठक में इस मुद्दे पर परिवहन विभाग से उचित कार्रवाई की गुहार लगाई, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि यह मार्ग नो-पार्किंग जोन है।
मार्ग संकरा होने और लगातार हो रहे हादसों की समस्या के समाधान के लिए इस प्रोजेक्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वीकृति दी थी। कार्य चल रहा है। औद्योगिक क्षेत्र के तृतीय चरण के बाहर मुख्य मार्ग पर ट्रकों का जमावड़ा रहता है। दोनों छोर पर भारी वाहनों की पार्किंग के कारण फोरलेन में क्रमोन्नत होने के बावजूद यह मार्ग 2 लेन ही साबित हो रहा है। दोनों छोर पर सड़क की चौड़ाई बढ़ने के बाद भी ट्रांसपोर्टरों के ट्रकों की पार्किंग के कारण नए हिस्से से कोई वाहन नहीं गुजर पा रहा है।
सर्वाधिक ट्रैफिक लोड वाले क्षेत्र में ही हालात विकट हैं। नो-पार्किंग जोन में खड़े ट्रकों और ट्रेलरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। मार्ग चौड़ा होने और करीब 53 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी ये हालात प्रोजेक्ट की मंशा पर सवालिया निशान खड़े करते हैं।
पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि रोजाना 1 किलोमीटर तक डामरीकरण का कार्य हो रहा है। बागरा से शुरू हुआ काम टोल तक पूरा हो चुका है। 16.50 मीटर चौड़े इस फोरलेन मार्ग पर 1.50 मीटर के डिवाइडर बनाए जाएंगे। यह काम औद्योगिक क्षेत्र के तृतीय चरण से जल्द ही शुरू होने वाला है। सड़क पर कब्जा किए ट्रक और ट्रेलरों को हटाने और उन्हें अन्यत्र खड़ा करने की वैकल्पिक व्यवस्था न की गई, तो आगामी दिनों में काम पूरा होने के बाद हादसों में इजाफा हो सकता है।
यह सड़क यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए फोरलेन में क्रमोन्नत की जा रही है, लेकिन करीब दो किलोमीटर के दायरे में ट्रक और अन्य भारी वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं। हमने मीटिंग में भी यह विषय उठाया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है और कार्य भी प्रभावित हो रहा है। -शंकरलाल सुथार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी, जालोर
बैठक में इस विषय पर चर्चा की गई थी। इस समस्या के समाधान के लिए एसोसिएशन के साथ संयुक्त बैठक आयोजित कर विकल्प तलाशे जाएंगे। साथ ही पाबंद किया जाएगा कि रोड ट्रैफिक के लिए हमेशा खुला रहे। -ओमप्रकाश चौधरी, डीटीओ, जालोर
Published on:
16 Nov 2025 04:04 pm

