
सरहदी जिले के प्रवेश द्वार व परमाणु नगरी पोकरण में पार्किंग सुविधा के अभाव ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। मुख्य चौराहों और प्रमुख मार्गों पर हर समय वाहनों की भीड़ रहती है। वाहन चालक पार्किंग स्थान न होने के कारण सडक़ किनारे ही वाहन खड़ा कर देते हैं, जिससे मार्ग संकरा हो जाता है और आमजन को आवागमन में लगातार परेशानी उठानी पड़ती है।
पोकरण ऐतिहासिक, सामरिक और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण नगर है। फोर्ट सहित कई पर्यटन स्थलों के कारण प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक यहां पहुंचते हैं। जैसलमेर जाने वाले पर्यटक भी यहां रुकना पसंद करते हैं। रामदेवरा में लगने वाले भादवा मेले के दौरान 40 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आवक होती है। कस्बे के दैवीय स्थानों पर भी प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसके अलावा सेना और बीएसएफ की स्थायी छावनियों के कारण वर्षभर बड़ी मात्रा में जवानों की आवाजाही रहती है। ऐसे में जयनारायण व्यास सर्किल, जैसलमेर रोड, जोधपुर रोड, स्टेशन रोड और अंबेडकर सर्किल जैसे स्थानों पर लगातार भीड़ बनी रहती है।
कस्बे के मुख्य चौराहों और आसपास किसी भी स्थान पर निर्धारित पार्किंग नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों से यात्रा कर आने वाले लोग भी वाहन मुख्य मार्गों पर खड़ा करने को मजबूर होते हैं। इस कारण ट्रैफिक अक्सर अस्त-व्यस्त हो जाता है और यातायात पुलिस को व्यवस्था संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। मुख्य मार्गों पर कई दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठानों के बाहर सामान रखकर अतिक्रमण कर रखा है। टिनशेड और बाहर फैलाए गए सामान के बाद हाथ ठेले खड़े होने से रास्ता लगभग 15 फीट तक संकरा हो जाता है। ऐसी स्थिति में बड़े वाहनों और बसों को निकलना मुश्किल हो जाता है और अक्सर जाम लग जाता है।
यातायात पुलिस के पास क्रेन सुविधा नहीं होने से भी समस्या बढ़ रही है। सडक़ पर गलत तरीके से खड़े वाहन कई घंटों तक वहीं रहते हैं। पुलिस टायर लॉक लगाने और चालान की कार्रवाई तो करती है, लेकिन क्रेन के अभाव में वाहनों को हटाया नहीं जा सकता। यातायात पुलिस प्रभारी सवाईसिंह तंवर के अनुसार, यातायात व्यवस्था सुधारने के प्रयास जारी हैं। मुख्य मार्गों पर वाहन खड़ा करने, नियमों का पालन न करने और यातायात बाधित करने पर कार्रवाई की जा रही है। बेहतर व्यवस्था के लिए निरंतर फील्ड निरीक्षण भी किया जा रहा है, ताकि आमजन को राहत मिले और यातायात सुचारु रहे।
Published on:
09 Nov 2025 09:40 pm

