
जैसलमेर शहर की प्रमुख आवासीय कॉलोनियों में शामिल लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी के बाशिंदों के लिए अभी तक नलों से पानी की व्यवस्था नहीं हो सकी है। गत दो सालों से नगरपरिषद की ओर से नियमित रूप से कॉलोनी के घरों में टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही थी। अब यह व्यवस्था गत 28 अक्टूबर से ठप हो जाने के बाद से कॉलोनी के बाशिंदे हैरान-परेशान हैं। जिला प्रशासन के दखल के बाद नगरपरिषद ने कॉलोनी सहित शहर में टैंकरों से पीने के पानी की व्यवस्था करने के लिए नया टेंडर जारी किया है। नगरपरिषद ने 6 महीनों की अवधि में टैंकरों से जलापूर्ति की शहरी क्षेत्र में व्यवस्था के लिए 147.30 लाख रुपए का टेंडर जारी किया है। नगरपरिषद ने यह व्यवस्था मुख्यत: सांवल कॉलोनी को ध्यान में रख कर करने का निर्णय लिया है।
तत्कालीन नगरपालिका की ओर से वर्ष 2008 में लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी का आवंटन किया गया था। उसके बाद से अब तक वहां पीने के पानी की व्यवस्था नहीं हो सकी है। इस बीच कॉलोनी के रहवासियों की तरफ से धरना-प्रदर्शन किए जाने के बाद करीब दो वर्ष पूर्व नगरपरिषद ने प्रतिमाह प्रति घर 4 ट्रैक्टर टैंकर पानी आपूर्ति करने का निर्णय लिया। इसके अनुसार यह व्यवस्था अब तक संचालित होती रही। जानकारी के अनुसार कॉलोनी में प्रतिमाह करीब 2500 टैंकर पानी की आपूर्ति नगरपरिषद की ओर से करवाई जाती रही है। गत 28 अक्टूबर को अचानक टैंकर ठेकेदार की ओर से पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई। दरअसल, नगरपरिषद सांवल कॉलोनी में जलापूर्ति पर प्रतिमाह करीब 10 लाख रुपए का व्यय करती रही है। गत माह इसका बिल जब 30 लाख रुपए से भी अधिक आ गया तो नगरपरिषद प्रशासन ने बिल के भुगतान पर रोक लगा दी। यह विवाद जिला प्रशासन तक पहुंच गया।
टैंकरों से जलापूर्ति बंद हो जाने के बाद लक्ष्मीचंद सांवल कॉलोनी विकास समिति के प्रतिनिधियों ने नगरपरिषद से लेकर जलदाय विभाग तक के अधिकारियों के यहां चक्कर काटे। इस समस्या से क्षेत्रीय विधायक को भी अवगत करवाया गया। समिति के अध्यक्ष महेश वासु के साथ अशोक तंवर, खेताराम सुथार, बाबूलाल लीलावत, आशुसिंह सोलंकी, ओमप्रकाश भूतड़ा जिला कलक्टर से मिले। जिन्होंने समस्या के जल्द समाधान का भरोसा दिलाया। कलक्टर के दिशा-निर्देशानुसार नगरपरिषद की तरफ से टैंकरों से शहरी क्षेत्र में जलापूर्ति का टेंडर लगाया गया है।
नगरपरिषद ने शहरी क्षेत्र में टैंकरों के जरिए पीने के पानी की आपूर्ति की नए सिरे से टेंडर जारी किए गए हैं। आगामी दिनों में यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद पहले की भांति सांवल कॉलोनी के बाशिंदों को पानी मिल सकेगा। करीब 30 लाख से ज्यादा राशि के बिलों की जांच जारी है।
Published on:
20 Nov 2025 11:45 pm

