पोकरण कस्बे में सालमसागर तालाब से मालियों का बास जाने वाले मार्ग पर माली समाज ब्रह्मबाग के पास सडक़ करीब डेढ़ दशक से क्षतिग्रस्त हालत में है। नव-निर्माण को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है, जिससे आमजन को परेशानी हो रही है। जानकारी के अनुसार कस्बे में सालमसागर तालाब से मालियों का बास की तरफ करीब डेढ़ दशक पूर्व डामर सडक़ व पुल का निर्माण करवाया गया था। निर्माण के बाद कुछ ही महिनों में यहां सडक़ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। इसके साथ ही यहां गहरे गड्ढ़े हो गए। ऐसे में राहगीरों व वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हो रही है। गहरे गड्ढ़ों के कारण रात में पर्याप्त रोशनी के अभाव में किसी बड़े हादसे से भी इनकार नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके नगरपालिका की ओर से सडक़ की मरम्मत को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।
कस्बे के मालियों का बास, पुरोहितों की बगेची, कोरियाबास की तरफ जाने के लिए यह एकमात्र मार्ग है। क्षेत्रों में घनी आबादी निवास करती है। इसी तरह मालियों का बास से सीधे जैसलमेर रोड जाने वाले लोग भी यहीं से गुजरते है। ऐसे में यहां दिन-रात राहगीरों व वाहन चालकों का आवागमन लगा रहता है। माली समाज के ब्रह्मबाग के पास सडक़ इस कदर क्षतिग्रस्त हो गई है कि डामर का नामोनिशां ही मिट चुका है। इसके साथ ही कई वर्षों से मरम्मत नहीं होने के कारण मार्ग पर हुए गड्ढ़े लगातार बढ़ते जा रहे है और गहरे हो गए है।
कस्बे के प्रसिद्ध ऐतिहासिक आशापुरा माता मंदिर, जया संच्चियाय माता मंदिर, चामुंडा व खींवज माता मंदिर, रामनाथ महाराज के आश्रम जाने वाले श्रद्धालु इसी मार्ग से आवागमन करते है। दो दिन बाद नवरात्रा शुरू होने वाले है। ऐसे में नवरात्रा मेले के दौरान प्रतिदिन यहां से सैकड़ों श्रद्धालुओं का आवागमन होगा, जिन्हें क्षतिग्रस्त सडक़ के कारण आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही हादसे की भी आशंका बनी हुई है। बावजूद इसके सडक़ के नवनिर्माण को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।
Published on:
20 Sept 2025 11:43 pm