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User Charge Collection: जयपुर में 15 फरवरी से शुरू होगी नई व्यवस्था, जानिए कौन कितना देगा यूजर चार्ज

garbage collection: 15 फरवरी से शुरू होगी नई व्यवस्था, जानिए कौन कितना देगा यूजर चार्ज, सिविल लाइंस जोन में अटका काम, क्या समय पर पूरी हो पाएगी योजना ?

जयपुर

Rajesh Dixit

Nov 05, 2025

Jaipur Waste Management: जयपुर। राजधानी जयपुर में कचरा संग्रहण के बदले यूजर चार्ज वसूली की व्यवस्था अब दो और जोनों में लागू होने जा रही है। ग्रेटर नगर निगम के मानसरोवर जोन और हैरिटेज नगर निगम के सिविल लाइंस जोन में यह व्यवस्था जल्द ही शुरू होगी। इससे पहले यह प्रणाली ग्रेटर नगर निगम के मालवीय नगर और मुरलीपुरा जोन में लागू है, जहां से हर महीने करीब 60 से 70 लाख रुपए तक की वसूली की जा रही है।

मानसरोवर जोन में निगम प्रशासन ने यूजर चार्ज की दरें तय कर दी हैं। यहां फ्लैट में रहने वाले लोगों से प्रति माह 80 रुपए और स्ट्रीट वेंडर्स से 50 रुपए वसूले जाएंगे। वहीं, निजी मकानों के आकार के अनुसार शुल्क रखा गया है। 50 वर्ग मीटर तक के मकान वालों से 20 रुपए, 51 से 300 वर्ग मीटर तक 80 रुपए और 301 वर्ग मीटर से अधिक के मकानों के लिए 150 रुपए प्रति माह शुल्क लिया जाएगा। इसके अलावा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से 250 रुपए, ढाबा और मिठाई की दुकानों से 250 रुपए, सरकारी छात्रावास से 500 रुपए, गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट से 750 रुपए तथा होटल-रेस्टोरेंट से 1000 से 3000 रुपए प्रति माह शुल्क लिया जाएगा।

मानसरोवर जोन के उपायुक्त लक्ष्मीकांत कटारा ने बताया कि 15 फरवरी से यूजर चार्ज की वसूली शुरू कर दी जाएगी। कुछ वार्डों में इसे आंशिक रूप से लागू किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जोन में अब तक करीब सवा लाख आरएफआइडी कार्ड लगाए जा चुके हैं, जिससे घर-घर कचरा संग्रहण और उसकी निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।

वहीं, सिविल लाइंस जोन में कार्य की गति धीमी बताई जा रही है। निगम अधिकारियों के अनुसार अब तक केवल 50 प्रतिशत आरएफआइडी कार्ड लगाए जा सके हैं। यह कार्य तीन माह में पूरा होना था, लेकिन निर्धारित समयसीमा समाप्त हो चुकी है। निगम के एक्सईएन (प्रोजेक्ट) मुकेश ने बताया कि कंपनी और निगम का संयुक्त बैंक खाता खोलने की प्रक्रिया जारी है और पहले चरण में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से यूजर चार्ज वसूला जाएगा।

नगर निगम को इस व्यवस्था से हर महीने करोड़ों रुपए की आय होने की संभावना है, जिससे शहर में कचरा प्रबंधन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाया जा सकेगा और स्वच्छ जयपुर की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।