
जयपुर। राजस्थान आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) हरियाणा के फरीदाबाद में पकड़े गए 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट के संबंध में जानकारी जुटाकर वापस लौट आई। राजस्थान एटीएस सूत्रों के मुताबिक, अमोनियम नाइट्रेट बरामदगी के मामले में दिल्ली पुलिस और एनआइए खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर जांच करने में जुटी है। पूछताछ में राजस्थान के लिंक हैं या नहीं, इसका खुलासा नहीं किया गया।
दूसरी तरफ गुजरात में पकड़े गए संदिग्ध आतंकवादी हैदराबाद के राजेन्द्र नगर निवासी डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद (35), उत्तर प्रदेश के शामली निवासी आजाद सुलेमान शेख (20) और लखीमपुर खीरी निवासी स्टूडेंट मोहम्मद सुहैल उर्फ मोहम्मद सलीम खान (23) से एटीएस पूछताछ में जुटी है। गुजरात गई राजस्थान एटीएस की टीम अभी वहीं है। गुजरात एटीएस के अलावा इन संदिग्धों से राजस्थान एटीएस भी पूछताछ करने में जुटी है।
आरोपियों ने बताया कि पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए राजस्थान में हथियार पहुंचाए गए, जिन्हें गुजरात लाया गया। अब एटीएस राजस्थान के श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ से हथियार गुजरात तक किस रूट के जरिए ले जाए गए, इसकी भी जानकारी जुटा रही है। इसके अलावा एटीएस यह भी जानकारी जुटा रही है कि पकड़े गए आरोपियों का राजस्थान में क्या लिंक है और स्थानीय कौन लोग शामिल हैं। हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर पुलिस भी अपने स्तर पर पकड़े गए आरोपियों के स्थानीय लिंक जुटा रही है।
इन तीनों संदिग्धों में हैदराबाद का रहने वाला डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सबसे अधिक पढ़ा-लिखा है। जानकारी के मुताबिक, यूपी के दोनों युवक मोहियुद्दीन को हथियार सप्लाई करने गुजरात पहुंचे थे। मोहियुद्दीन और उसकी टीम खतरनाक जहर बना रही थी, जो साइनाइड से भी ज्यादा घातक है। इस जहर के जरिए बड़े पैमाने पर नरसंहार की योजना थी।
'फरीदाबाद से टीम लौट आई है और गुजरात में टीम पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है। अभी तथ्यों की जांच की जा रही है।' -दिनेश एम.एन. एडीजी, एटीएस-एजीटीएफ-एएनटीएफ, राजस्थान
Updated on:
12 Nov 2025 07:58 pm
Published on:
12 Nov 2025 07:54 pm

