RIMS: जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार के उस फैसले पर कड़ा एतराज जताया है, जिसमें जयपुर में एम्स की तर्ज पर बनने वाले रिम्स अस्पताल के लिए नए संस्थान का निर्माण करने की बजाय पहले से स्थापित आयूएचएस और स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट का अधिग्रहण किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि यह कदम डॉक्टरों और मरीजों दोनों के लिए नुकसानदायक साबित होगा।
उन्होंने कहा कि आयूएचएस पहले से एक स्वायत्त विश्वविद्यालय है, जिसने कोविड काल में बेहतरीन उपचार के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। ऐसे में इसे रिम्स में बदलना न सिर्फ यहां की मेडिकल सीटों को खत्म कर देगा, बल्कि पहले से चल रही व्यवस्थाओं को भी बिगाड़ देगा।
गहलोत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि वास्तव में जनता को लाभ पहुंचाना था तो एक नया संस्थान बनाना चाहिए था। इससे राज्य को अतिरिक्त चिकित्सा सुविधाएं मिलती और भजनलाल सरकार के लिए भी यह एक उपलब्धि होती।
उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा नेताओं ने डबल इंजन सरकार बनने के बाद फंड की कोई कमी न रहने का दावा किया था। ऐसे में यदि राज्य सरकार के पास संसाधनों की कमी है तो उसे केन्द्र से विशेष ग्रांट लाकर नए रिम्स संस्थान का निर्माण करना चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि पहले से बने संस्थानों का नाम बदलना किसी भी दृष्टि से उचित परंपरा नहीं है।
Updated on:
10 Sept 2025 12:41 pm
Published on:
10 Sept 2025 12:40 pm