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Jaipur Crime: जीजा के 20 हजार हड़पने के लिए साले ने 2.58 लाख रुपए की करा दी लूट, CCTV फुटेज से खुला राज

Jaipur Crime: राजधानी जयपुर से युवक की हैरान करने वाली करतूत सामने आई है। जीजा के 20 हजार रुपए हड़पने के लिए साले ने पुलिस थाने में 2.58 लाख रुपए की लूट का केस दर्ज करा दिया। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो हैरान करने वाला मामला सामने आया।

जयपुर

Kamal Mishra

Nov 14, 2025

Jaipur Loot
पुलिस की गिरफ्त में तीनों आरोपी (फोटो-पत्रिका)

जयपुर। लूट की झूठी वारदात रचने के मामले में जालूपुरा थाना पुलिस ने परिवादी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। कर्ज के बोझ से दबे मुख्य आरोपी ने अपने जीजा के रुपए हड़पने के लिए दोस्तों के साथ मिलकर साजिश रची। पुलिस ने आरोपियों से लूट की रकम भी बरामद की है।

डीसीपी (नॉर्थ) करन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में दौसा के सिकराय हाल आगरा रोड निवासी सुरेन्द्र शर्मा, दौसा के पिपलकी मानपुर निवासी हरकेश मीणा उर्फ रामकेश मीणा और सिकंदरा के गीजगढ़ निवासी अनिमेश मीणा शामिल हैं। सुरेन्द्र शर्मा ने 9 नवम्बर को जालूपुरा थाने में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसके बैग में 2.58 लाख रुपए नकद थे। जिनमें से 1.50 लाख रुपए एचडीएफसी बैंक किशनपोल बाजार से निकाले थे। 88 हजार रुपए एटीएम से निकाले थे और 20 हजार रुपए जीजा से लिए गए थे। बैग को दो लोग लूट कर फरार हो गए।

सीसीटीवी जांच में खुला राज

डीसीपी ने बताया कि वारदात की सूचना के बाद इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। बिना नंबर की बाइक पर हेलमेट लगाए दो युवक परिवादी का पीछा करते और आसानी से वारदात करते दिखे। इससे पुलिस को संदेह हुआ। बाद में सुरेन्द्र के मोबाइल की कॉल डिटेल और बैंक से वारदात स्थल तक की फुटेज जांची गई, जिससे परिवादी पर ही शक गहराया।

झूठी कहानी का पर्दाफाश

जांच में सामने आया कि सुरेन्द्र ने रुपए वाला बैग पहले पीछे टांगा था, जिसे लूटना मुश्किल था। बाद में उसने बैग आगे बाइक की टंकी पर रख लिया और दोस्त अनिमेश को इशारा किया। अनिमेश और हरकेश बैग लेकर फरार हो गए। सुरेन्द्र ने खुद को बेहोश बताकर लोगों से मदद ली और एम्बुलेंस से एसएमएस अस्पताल पहुंचा, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई।

दोस्तों के साथ मिलकर रची साजिश

थाने में पूछताछ के दौरान सुरेन्द्र बार-बार अपने बयान बदलता रहा। गहन पूछताछ में उसने कबूल किया कि कर्ज होने और जीजा की रकम हड़पने के लिए उसने दोस्तों के साथ मिलकर लूट की झूठी साजिश रची थी। लूट की रकम में आधे पैसे साथियों को देने का समझौता किया गया था।