Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

मॉकड्रिल: जयपुर के पास इस स्टेशन पर ट्रेन हादसा, दो डिब्बे बेपटरी, तत्परता से किया राहत-बचाव कार्य

रेलवे हादसों से निपटने की तैयारियों की जमीनी हकीकत परखने के लिए शुक्रवार को शिवदासपुरा रेलवे स्टेशन के पास एक विस्तृत मॉकड्रिल आयोजित की गई।

Mock drill at Shivdaspura railway station
Play video
फोटो पत्रिका

शिवदासपुरा (जयपुर)। रेलवे हादसों से निपटने की तैयारियों की जमीनी हकीकत परखने के लिए शुक्रवार को शिवदासपुरा रेलवे स्टेशन के पास एक विस्तृत मॉकड्रिल आयोजित की गई। इस अभ्यास में इंदौर-जोधपुर रणथंभौर एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त दर्शाया गया। मॉकड्रिल में दिखाया गया कि कैसे एक कोच पटरी से उतरने के बाद दूसरे कोच पर चढ़ गया, जिससे भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई।

मॉक सीन के अनुसार हादसे के बाद कोचों में आग लग गई और चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। जैसे ही सूचना रेलवे प्रशासन को मिली, तुरंत ही रेलवे पुलिस, शिवदासपुरा थानाधिकारी अपनी टीम के साथ, दमकल विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और सिविल डिफेंस की टीमें मौके पर पहुंची।

टीमों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत घायलों की तलाश और निकासी का कार्य शुरू किया। मॉकड्रिल में दर्शाया गया कि कैसे कोच के अंदर फंसे यात्रियों को गैस कटर और हाइड्रोलिक उपकरणों की मदद से निकाला गया। घायलों को स्ट्रेचर के सहारे बाहर लाया गया और तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद निकटतम अस्पतालों में पहुंचाया गया। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के लिए तुरंत फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों के माध्यम से फोम और पानी का छिड़काव किया। वहीं, एनडीआरएफ की टीमों ने आपदा प्रबंधन तकनीकों का इस्तेमाल कर फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।

रेलवे प्रशासन ने बताया कि इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य विभिन्न विभागों के बीच समन्वय, संसाधनों की उपलब्धता और आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की जांच करना था। साथ ही, यह सुनिश्चित करना था कि हादसे के वक्त सभी एजेंसियां एक साथ किस प्रकार काम करती हैं। इस अभ्यास के दौरान मौके की रियलिस्टिक साज-सज्जा, कोचों की स्थिति, यात्रियों के अभिनय और रेस्क्यू ऑपरेशनों ने इसे एक वास्तविक हादसे जैसा अनुभव बना दिया। अभ्यास देखने के लिए स्थानीय लोग, रेलवे अधिकारी मौजूद रहे।