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Jaipur News: सेन्ट्रल जेल में लाखों के जैमर जाम; मोबाइल के बाद अब डोंगल की एंट्री, सुरक्षा के इंतजामों की उड़ी धज्जियां

जयपुर सेन्ट्रल जेल में लगातार मोबाइल मिलने की घटनाओं के बीच अब एक डोंगल बरामद होने से जेल प्रशासन की नींद उड़ गई है।

जयपुर सेंट्रल जेल, पत्रिका फोटो

जयपुर। जयपुर सेन्ट्रल जेल में लगातार मोबाइल मिलने की घटनाओं के बीच अब एक डोंगल बरामद होने से जेल प्रशासन की नींद उड़ गई है। केन्द्रीय कारागृह के बिजली कोठड़ी के स्टोर रूम में सोमवार को यह डोंगल मिला। प्रहरी राजेश सिंह तंवर ने मामले की रिपोर्ट लालकोठी थाने में दर्ज करवाई है। पुलिस और जेल प्रशासन अब यह जांच कर रहे हैं कि यह डोंगल जेल तक कैसे पहुंचा और इसका इस्तेमाल कौन कर रहा था। डोंगल इंटरनेट सिस्टम से जुड़ने के लिए प्रयोग किया जाता है, ऐसे में इसके जेल में मिलने से सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

लगातार मिल रहे मोबाइल फोन

जेल प्रशासन के लिए यह कोई पहली घटना नहीं है। अगस्त से नवंबर तक के चार महीनों में जयपुर जेल से कुल 59 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। कुछ दिन पहले तलाशी के दौरान एक पैकिट मिला था जिसमें बीड़ी बंडल, जर्दा और अन्य सामान था। केंद्रीय कारागृह जयपुर में अगस्त माह में 3, सितंबर में 31, अक्टूबर में 17 और नवंबर माह में अब तक 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।

लाखों के जैमर हुए कबाड़

जेल प्रशासन ने जेल परिसर में मोबाइल नेटवर्क को रोकने के लिए वर्षों पहले लाखों रुपए खर्च कर जैमर लगवाए थे। बावजूद इसके जेल में मोबाइल फोन के उपयोग की शिकायतें आए दिन सामने आ रही हैं। वहीं इस बार केन्द्रीय कारागृह के बिजली कोठड़ी के स्टोर रूम में डोंगल मिलने की घटना ने जेल सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। बता दें जेल की दीवार कूदकर दो बंदी जेल से फरार भी हुए। हालांकि पुलिस ने उन्हे वापस पकड़ लिया लेकिन इन घटनाओं से जेल सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजामों की पोल जरूर खुल गई है।

परिसर के पास आबादी से भी खतरे की आशंका

जयपुर सेंट्रल जेल के दक्षिण की ओर घनी आबादी की बसावट है। जेल की दीवार के पास बने मकानों की छत से जेल परिसर का नजारा आसानी से दिखाई देता है। ऐसे में कई बार जेल परिसर में संदिग्ध पैकेट फेंकने की शिकायतें जेल प्रशासन को मिली है।