
आईएएस भारती दीक्षित और आशीष मोदी ( फोटो-पत्रिका)
जयपुर। प्रशासनिक गलियारों में एक समय अपने काम और परफेक्शन के लिए पहचानी जाने वाली आईएएस जोड़ी 'भारती दीक्षित और आशीष मोदी' अब एक कानूनी जंग में आमने-सामने है। 2014 बैच की अधिकारी भारती दीक्षित ने अपने पति आशीष मोदी पर घरेलू हिंसा, अपहरण और तलाक के लिए दबाव डालने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए जयपुर के एसएमएस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। कभी एक-दूसरे की सफलता में साझेदार रहा दंपती अब निजी जीवन के संकट में उलझ गया है।
दिल्ली में जन्मीं भारती दीक्षित बचपन से ही मेधावी छात्रा रही हैं। शिक्षक माता-पिता की बेटी भारती ने मेडिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया और 2012 में यूपीएससी की संयुक्त चिकित्सा सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 13 हासिल कर एनडीएमसी में मेडिकल ऑफिसर बनीं। लेकिन उनका लक्ष्य आईएएस बनना था। अगले ही वर्ष उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 5 पाकर इतिहास रच दिया।
इसके साथ ही ऑल इंडिया टॉप 5 में भारती पहली महिला थीं। इस सफलता के बाद भारती राजस्थान कैडर की अधिकारी बनीं। कलेक्टर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण और शिक्षा सुधार के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया, जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले।
वहीं, आशीष मोदी भी प्रशासनिक सेवा में एक मजबूत नाम रहे हैं। नागालैंड कैडर से अपना करियर शुरू करने वाले आशीष ने शादी के बाद राजस्थान में ट्रांसफर पाया। जैसलमेर और भीलवाड़ा में कलेक्टर रहते हुए उन्होंने कोविड-19 संकट के समय बेहतरीन प्रबंधन से सराहना बटोरी। फिलहाल वे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में निदेशक हैं।
दोनों की पहली मुलाकात साल 2014 में ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। साझा सपनों और महत्वाकांक्षाओं ने उन्हें करीब लाया और 2015 में जयपुर के एक फार्महाउस में शादी हुई। शुरुआत में यह रिश्ता सफलता और विश्वास का प्रतीक था, लेकिन भारती के अनुसार समय के साथ सब कुछ बदल गया। उनका आरोप है कि आशीष शराब के आदी हो गए, कई बार उन पर शारीरिक हिंसा की और मानसिक प्रताड़ना दी।
भारती ने आरोप लगाया कि 14 अक्टूबर 2025 को तो हद तब पार हो गई जब आशीष और उनके दो साथियों ने उनका कथित रूप से अपहरण कर उन्हें तलाक के कागजों पर साइन करने के लिए मजबूर किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके फोन की जासूसी की गई और बेटी को धमकाया गया। भारती ने आरोप लगाया है कि आशीष ने शादी इसलिए की, जिससे उन्हें राजस्थान कैडर मिल जाए।
7 नवंबर को दर्ज एफआईआर में उन्होंने अपनी और बेटी की सुरक्षा की मांग की है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और सभी तकनीकी साक्ष्यों की पड़ताल की जा रही है। वहीं, आशीष मोदी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मामला जांच के अधीन है और वे कानून का पूरा पालन करेंगे।
प्रशासनिक सेवा में सराहना पाने वाले इस दंपती की कहानी अब व्यक्तिगत संघर्ष और विश्वासघात की मिसाल बन गई है। मामले को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स भी तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि 'अब इनकी शादी ही इनके लिए कांटों की सेज बन गई है।'
Updated on:
13 Nov 2025 05:36 pm
Published on:
13 Nov 2025 05:11 pm
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