
Pregnancy Care: जयपुर। प्रदेश की गर्भवती महिलाओं को अब सोनोग्राफी जांच के लिए सरकारी अस्पतालों पर ही निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने विधानसभा में बताया कि राज्य सरकार की मां वाउचर योजना के तहत गर्भवती माताओं को दूसरी और तीसरी तिमाही में राजकीय सोनोग्राफी जांच उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में क्यूआर कोड आधारित वाउचर जारी किया जाता है। इस वाउचर के माध्यम से महिलाएं 1,363 अधिकृत निजी सोनोग्राफी केन्द्रों पर नि:शुल्क जांच करवा सकती हैं। निजी केन्द्रों को सरकार सीधे बैंक खाते के माध्यम से भुगतान करती है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 17 सितम्बर 2024 को बजट घोषणा के तहत इस योजना का शुभारम्भ किया था। वाउचर की वैधता 30 दिन की होती है और यदि इस अवधि में जांच नहीं हो पाती तो महिला चिकित्सा संस्थान जाकर इसे अगले 30 दिन तक बढ़वा सकती है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र सोजत, पाली में योजना के तहत 17 सितम्बर 2024 से 4 सितम्बर 2025 तक पांच अधिकृत निजी केन्द्रों पर 583 सोनोग्राफी कराई गई हैं। वहीं जिला चिकित्सालय, सोजत में नि:शुल्क जांच योजना से 1,804 गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी हुई है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मां वाउचर योजना के अंतर्गत सरकारी चिकित्सा संस्थानों में नई सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध कराने का प्रावधान नहीं है। वर्तमान में सोजत जिला चिकित्सालय में सोनोग्राफी मशीन संचालित है, सीटी स्कैन मशीन पीपीपी मोड पर चल रही है जबकि एमआरआई मशीन का प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ऐसी मशीनें उपलब्ध नहीं हैं।
Published on:
09 Sept 2025 03:52 pm

