जयपुर। डॉ. अंबेडकर अनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी एसोसिएशन (अजाक) का वार्षिक अधिवेशन रविवार को राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान (SIAM) में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
अधिवेशन के मुख्य वक्ता दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज के प्रख्यात समाजशास्त्री प्रो. रतन लाल रहे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो सामाजिक न्याय और समानता का सपना देखा था, उसे आज भी साकार करने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे अपने-अपने स्तर पर समाज में समान अवसर और भाईचारा कायम करने में योगदान दें।
अधिवेशन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि आज भी वंचित वर्गों को शिक्षा और रोजगार में उचित अवसर दिलाने की चुनौती बनी हुई है। इसके लिए संगठित होकर काम करना होगा। अजाक संगठन न केवल अधिकारों के लिए आवाज उठाए, बल्कि समाज में सकारात्मक सोच और जागरूकता फैलाने का कार्य भी करे।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस और आरएएस अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। वक्ताओं ने युवाओं से अपील की कि वे प्रतियोगी परीक्षाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और समाज की प्रगति में अग्रणी भूमिका निभाएं। अधिवेशन में शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासनिक सेवाओं में अनुसूचित जाति वर्ग की भागीदारी बढ़ाने पर भी मंथन हुआ।
कार्यक्रम के समापन सत्र में अजाक के पदाधिकारियों ने संगठन की आगामी गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि संगठन सामाजिक न्याय और समानता की लड़ाई को और मजबूती से आगे बढ़ाएगा।
Published on:
21 Sept 2025 06:29 pm