
सर्जरी में शामिल चिकित्सक (फोटो-पत्रिका)
जयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल ने एक बार फिर उन्नत चिकित्सा तकनीक में अपनी दक्षता साबित की है। अस्पताल के सर्जरी विभाग ने मीडियन आर्कुएट लिगामेंट सिंड्रोम (MALS) जैसी अत्यंत दुर्लभ बीमारी का रोबोटिक सर्जरी से सफल ऑपरेशन किया है। इस जटिल प्रक्रिया के बाद मरीज को नया जीवन मिला है।
34 वर्षीय सीकर निवासी मरीज पिछले सात वर्षों से लगातार पेट दर्द और पाचन की समस्या से जूझ रहा था। वर्ष 2018 से उसे भोजन करने के बाद तेज दर्द, भूख में कमी, घबराहट और कमजोरी की शिकायत रहने लगी। कई अस्पतालों में जांच और उपचार के बावजूद उसके दर्द की असली वजह सामने नहीं आ पा रही थी। पिछले छह महीनों में मरीज की हालत तेजी से बिगड़ गई और उसका वजन करीब 20 किलो तक कम हो गया। स्थिति यह थी कि उसका हीमोग्लोबिन घटकर केवल 5.8 ग्राम रह गया था।
रूटीन जांचों में कारण नहीं मिलने के बाद डॉक्टरों ने CT एंजियोग्राफी कराने का निर्णय लिया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि पाचन तंत्र तक रक्त ले जाने वाली मुख्य धमनी लगभग 70 प्रतिशत तक बाधित है। जन्मजात संरचना के कारण मौजूद एक मांसपेशीय बैंड इस धमनी पर दबाव डाल रहा था, जिससे भोजन के बाद खून की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। चिकित्सा विज्ञान में इसे ही MALS कहा जाता है।
डॉ. जीवन कांकरिया ने बताया कि यह बीमारी बेहद दुर्लभ है और एक लाख में केवल एक व्यक्ति इस बीमारी से ग्रस्त होता है। इसकी सबसे बड़ी चुनौती इसका सही निदान करना है, क्योंकि शुरुआती लक्षण अक्सर गैस्ट्रिक समस्या जैसे लगते हैं और सामान्य जांचों में यह स्थिति दिखती नहीं है।
एसएमएस अस्पताल में यह ऑपरेशन अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी और ICG तकनीक की मदद से किया गया। ऑपरेशन सफल रहने के बाद मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ है। न तो उसे अब पेट दर्द होता है और न ही भोजन करने में कोई परेशानी रहती है। इस सर्जरी को डॉ. जीवन कांकरिया और उनकी टीम में डॉ. सुशील भाटी, डॉ. सुनील चौहान, डॉ. कंचन और डॉ. इंदू ने मिलकर पूरा किया।
Updated on:
27 Nov 2025 06:08 pm
Published on:
27 Nov 2025 05:59 pm
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