
Heart attack- मध्यप्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इंदौर में मेडिकल साइंस से संबंधित एक चौंकानेवाला मामला सामने आया। इससे यह बात उजागर हुई कि मधुमक्खी के डंक मारने के बाद हार्ट अटैक की संभावना भी होती है। इंदौर के एक निजी अस्पताल में यह दुर्लभ केस आया। मधुमक्खी के डंक ने 75 वर्षीय एक बुजुर्ग को हार्ट अटैक की स्थिति में पहुंचा दिया। उपचार से न केवल मरीज की जान बची, बल्कि चिकित्सा जगत में काउनीस सिंड्रोम जैसी असामान्य स्थिति का एक उदाहरण भी दर्ज हुआ।
इंदौर के निजी अस्पताल में यह बुजुर्ग मधुमक्खी के डंक से घायल होकर 31 अक्टूबर को भर्ती हुए थे। उन्हें मधुमक्खी के डंक के बाद गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हुआ था। इलाज के दौरान अचानक उन्हें सीने में दर्द और भारीपन महसूस हुआ जिसके बाद डॉक्टरों ने ईसीजी किया। जांच में एंटीरियर वॉल मायोकार्डियल इन्फाक्र्शन यानी हार्ट अटैक के लक्षण मिले।
ट्रोपोनीन- टेस्ट पॉजीटिव आने से हार्ट अटैक की पुष्टि हुई और तत्काल उनका कार्डियक उपचार शुरू किया गया। डॉ. अरविंद रघुवंशी ने कहा ऐसे मामलों में समय पर उपचार मिलना जीवन रक्षक सिद्ध हो सकता है। मधुमक्खी या अन्य कीटों के डंक लगने पर यदि एलर्जिक प्रतिक्रिया, सीने में दर्द या सांस लेने में कठिनाई महसूस हो तो तुरंत अस्पताल पहुंचे।
डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि ईको-कार्डियोग्राम में पाया गया कि हृदय का एक हिस्सा सही ढंग से काम नहीं कर रहा है। स्थिति स्थिर होने पर कोरोनरी एंजियोग्राफी की गई। मुख्य रक्त वाहिका में खून का थक्का पाया गया। इस दौरान पूर्व ब्लॉकेज या हृदय रोग नहीं पाया गया।
डॉ. नितिन मोदी ने बताया यह स्थिति काउनीस सिंड्रोम कहलाती है। इसमें एलर्जिक रिएक्शन के कारण हृदय की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं या उनमें थक्का बन जाता है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है। भले ही पहले हार्ट संबंधी कोई समस्या न रही हो। मरीज का उपचार एंटी-एलर्जिक और कार्डियक दवाओं से किया गया और वर्तमान में वे पूरी तरह स्वस्थ हैं।
Updated on:
12 Nov 2025 06:00 pm
Published on:
12 Nov 2025 05:58 pm

