
Tongue colour symptoms : हमारी जीभ सिर्फ स्वाद चखने या बोलने का काम नहीं करती, बल्कि यह हमारे शरीर की सेहत का आईना भी होती है। कई बार डॉक्टर जब मरीज को देखते हैं तो सबसे पहले जीभ पर नजर डालते हैं, क्योंकि जीभ के रंग और बनावट से शरीर के अंदर चल रही कई बीमारियों के संकेत मिल जाते हैं। डॉक्टर अर्जुन राज बताते हैं कि जीभ के रंग में बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह सिर्फ मौखिक स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि लिवर, फेफड़े, ब्लड सर्कुलेशन या इम्यून सिस्टम से जुड़ी गड़बड़ियों का भी इशारा कर सकता है।
डॉ. अर्जुन राज के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति की जीभ हल्के गुलाबी रंग की होती है और उसकी सतह पर छोटे-छोटे दाने (पापिल्ले) दिखाई देते हैं। इन दानों की मदद से हम स्वाद महसूस करते हैं और यह पाचन में भी सहायक होते हैं। अगर जीभ पर कोई असामान्य रंग, सूजन या दाने नजर आएं, तो यह किसी आंतरिक समस्या का शुरुआती संकेत हो सकता है।
अगर जीभ का रंग सफेद हो गया है, तो यह मुंह में फंगल इंफेक्शन (oral thrush) का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, मुंह में यीस्ट जैसे बैक्टीरिया की अधिकता, डिहाइड्रेशन या दवाओं के रिएक्शन से भी जीभ सफेद पड़ सकती है। डॉक्टर राज के अनुसार, अगर सफेद परत लगातार बनी रहती है, तो यह पेट की गड़बड़ी या कमजोर पाचन का संकेत भी हो सकता है।
जीभ का पीला रंग आमतौर पर खराब ओरल हाइजीन के कारण होता है। जब हम जीभ को रोजाना साफ नहीं करते, तो बैक्टीरिया जमा होकर रंग बदल देते हैं। स्मोकिंग, पान-मसाला, डिहाइड्रेशन और लिवर से जुड़ी समस्या जैसे पीलिया (Jaundice) भी इसका कारण हो सकती हैं।
अगर आपकी जीभ का रंग बहुत लाल दिखता है, तो यह विटामिन B12 या आयरन की कमी का संकेत हो सकता है। कई बार यह किसी एलर्जी या बुखार (scarlet fever) के कारण भी दिख सकता है।
ग्रे रंग की जीभ अक्सर स्किन डिजीज जैसे एक्जिमा या लाइकेन प्लेनस से जुड़ी होती है। डॉक्टर अर्जुन राज कहते हैं कि अगर जीभ का रंग फीका हो और साथ में थकान महसूस हो, तो यह एनीमिया यानी खून की कमी की तरफ इशारा करता है।
जब शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है, तो जीभ नीली या नीली-सी दिखने लगती है। यह ब्लड डिसऑर्डर, फेफड़ों की बीमारी या हार्ट प्रॉब्लम का भी संकेत हो सकता है। यह स्थिति मेडिकल इमरजेंसी मानी जाती है और तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
रोजाना सुबह जीभ को टंग क्लीनर से साफ करें। पर्याप्त पानी पिएं और डिहाइड्रेशन से बचें। विटामिन A, B और आयरन से भरपूर डाइट लें। अगर जीभ का रंग, बनावट या स्वाद लंबे समय तक बदला हुआ दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Published on:
08 Nov 2025 03:16 pm

