
Soaked vs Roasted Peanuts: सर्दियों का मौसम और गर्म-गर्म मूंगफली ये कॉम्बिनेशन लगभग हर घर में नजर आता है। प्रोटीन, हेल्दी फैट, फाइबर और मिनरल्स से भरपूर होने के कारण इसे गरीबों का बादाम भी कहा जाता है। लेकिन ध्यान रहे, हर किसी के लिए मूंगफली फायदेमंद नहीं है, और सर्दियों में इसकी गलत मात्रा नुकसान भी कर सकती है। साथ ही एक और सवाल हमेशा रहता है। भीगी मूंगफली बेहतर या भुनी हुई? आइए सर्दियों के एंगल से पूरी जानकारी जानते हैं।
सर्दियों में शरीर को एनर्जी और वॉर्मथ की जरूरत होती है। मूंगफली में मौजूद हेल्दी फैट और कैलोरी शरीर में हीट बनाए रखने में मदद करते हैं। यही कारण है कि सर्दी की शाम में मूंगफली खूब खाई जाती है। लेकिन रूरत से ज्यादा खाने पर यही मूंगफली भारी भी पड़ सकती है।
भीगी मूंगफली (Soaked Peanuts) पचने में हल्की होती है। गैस कम बनाती है, कब्ज, एसिडिटी या पेट कमजोर हो तो ज्यादा फायदेमंद साबित होतती है। सर्दियों में ज्यादा ठंडी प्रकृति होने के कारण सुबह खाना बेहतर माना जाता है। सर्दियों में जिनकी बॉडी ठंडी रहती है। जिन्हें साइनस, सर्दी-खांसी जल्दी होती है। जिन लोगों को नमी वाली चीजों से एलर्जी है उन्हें नहीं खाना चाहिए।
भुनी मूंगफली (Roasted Peanuts) सर्दियों के लिए ज्यादा बेहतर क्योंकि शरीर को गर्माहट देती है। कुरकुरी, स्वादिष्ट और जल्दी पचती है। ओवरऑल पोषक तत्व भी बने रहते हैं। लेकिन जिन्हें गैस, पेट दर्द या अल्सर की दिक्कत है। जिनका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है, उन्हें यह नहीं खाना चाहिए। सर्दियों में भुनी मूंगफली खाना ज्यादा बेहतर है, लेकिन पेट कमजोर है तो थोड़ी-सी भीगी मूंगफली सुबह ले सकते हैं।
मूंगफली में मौजूद फैट यूरिक एसिड बढ़ा सकता है और दर्द भड़का सकता है। गैस, डायरिया, अपच, पेट दर्द वालों के लिए मूंगफली भारी पड़ सकती है। 100 ग्राम मूंगफली में लगभग 581 कैलोरी। ज्यादा खाई तो वजन बढ़ सकता है। स्किन रैशेज, होंठ सूजना, खुजली, गले में जलन ऐसा कुछ भी हो तो तुरंत बंद करें। यह किडनी और लिवर पर लोड बढ़ा सकती है।
सर्दियों में मूंगफली खाने की मात्रा पर भी ध्यान देना चाहिए। दरअसल दिन में 30–50 ग्राम पर्याप्त है। वजन कम करना है तो 30 ग्राम काफी है। इसके खाने का सही समय भी होता है। भुनी मूंगफली शाम में और भीगी मूंगफली सुबह, वो भी सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
Published on:
21 Nov 2025 02:52 pm

