
HIV/Hepatitis B/Syphilis: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को बताया कि मालदीव ने एक ऐतिहासिक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपलब्धि हासिल की है। मालदीव दुनिया का पहला वो देश बन चुका है, जिसने हेपेटाइटिस बी, एचआईवी और सिफलिस के मां से बच्चे में ट्रांसमिशन के 'ट्रिपल उन्मूलन' को रोकने में सफलता प्राप्त की हो।
मालदीव को वर्तमान में डब्ल्यूएचओ द्वारा बच्चों में हेपेटाइटिस बी के ट्रांसमिशन को समाप्त करने के लिए मान्यता दी गई है। देश ने 2019 में एचआईवी और सिफलिस के लिए डब्ल्यूएचओ मान्यता या ईएमटीसीटी हासिल की थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयेसस ने कहा, "मालदीव ने दिखा दिया है कि मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में निरंतर निवेश के साथ, इन घातक बीमारियों के मां से बच्चे में संचरण और उनके कारण होने वाली पीड़ा को समाप्त करना संभव है।" उन्होंने कहा, "यह ऐतिहासिक उपलब्धि समान लक्ष्य की दिशा में काम कर रहे सभी देशों के लिए आशा और प्रेरणा प्रदान करती है।"
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि लगभग 25,000 एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं को अपने शिशुओं में संक्रमण को रोकने के लिए उपचार की आवश्यकता है, जबकि हेपेटाइटिस बी क्षेत्र में 42 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित कर रहा है। मालदीव में 95 प्रतिशत से अधिक गर्भवती महिलाओं को प्रसवपूर्व देखभाल प्राप्त हुई है, तथा एचआईवी, सिफलिस और हेपेटाइटिस बी के लिए लगभग सार्वभौमिक परीक्षण किया गया है।
डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय कार्यालय की प्रभारी अधिकारी डॉ. कैथरीना बोहेम ने कहा, "यह ऐतिहासिक उपलब्धि 'स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य' की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे रोके जा सकने वाली मौतों को समाप्त करके और दीर्घकालिक कल्याण को प्राथमिकता देकर मातृ एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य में सुधार होगा।"
एक मजबूत टीकाकरण प्रणाली के साथ, 2022 और 2023 में एचआईवी या सिफलिस के साथ कोई भी बच्चा पैदा नहीं हुआ। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि 2023 के राष्ट्रीय सर्वेक्षण ने छोटे बच्चों (स्कूल की पहली कक्षा) में हेपेटाइटिस बी के शून्य होने की पुष्टि की, जो उन्मूलन लक्ष्यों को पार कर गया।
मालदीव के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल्ला नाजिम इब्राहिम ने भविष्य में प्रगति को बनाए रखने का संकल्प लेते हुए कहा, "यह ऐतिहासिक मान्यता मालदीव के लिए अत्यंत गौरव का क्षण है और माताओं, बच्चों और भावी पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए हमारे राष्ट्र की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है।"
Updated on:
15 Oct 2025 10:41 am
Published on:
14 Oct 2025 01:02 pm

