
Bihar Election Result: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जन सुराज पार्टी की प्रीति किन्नर की काफी चर्चा रही। प्रीति ने भोरे विधानसभा क्षेत्र से इतिहास रचते हुए पहली बार ट्रांसजेंडर समुदाय की ओर से चुनावी मैदान में उतरकर सुर्खियां बटोरीं। हालांकि सीट पर जीत JDU के खाते में गई, लेकिन प्रीति किन्नर की राजनीतिक एंट्री ने बिहार की राजनीति में समावेशन की एक नई खिड़की ज़रूर खोल दी।
भोरे सीट पर कुल 33 राउंड की गिनती हुई, जिसमें JDU के सुनील कुमार 1,01,469 वोट पाकर विजेता बने। CPI-ML के धनंजय दूसरे स्थान पर रहे, जबकि प्रीति किन्नर ने 8,602 वोट हासिल कर तीसरा प्रमुख चेहरा बनने में सफलता पाई। यह संख्या भले जीत तक न पहुंच सकी हो, लेकिन ऐसे क्षेत्र से, ऐसे मुकाबले में, यह वोट शेयर अपने आप में एक बड़ा संदेश माना जा रहा है।
पहली बार मैदान में उतरीं प्रीति किन्नर को AAP और BSP के कई उम्मीदवारों से अधिक वोट मिले। NOTA ने 7,500 से ज़्यादा वोट हासिल किए, लेकिन फिर भी प्रीति किन्नर तीसरे बड़े उम्मीदवार के रूप में उभरीं। बिहार में सामाजिक मुद्दों पर काम करने वाले एक्टिविस्ट इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार का मुख्यधारा की राजनीति में उतरना और हज़ारों वोटों का मिलना यह दिखाता है कि धीरे-धीरे समाज की सोच बदली रही है।
प्रीति किन्नर मूल रूप से सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड के खाप गांव की रहने वाली हैं, लेकिन पिछले करीब 22 वर्षों से गोपालगंज के भोरे प्रखंड के कल्याणपुर गांव में रह रही हैं, जहां उन्होंने गरीबों और वंचितों की सेवा में खुद को समर्पित किया है। एक ट्रांसजेंडर महिला और समाजसेवी के रूप में, प्रीति ने अपने खर्च से अब तक 27 से अधिक गरीब लड़कियों की शादी करवाई है और उनका मानना है कि समाज में भेदभाव खत्म करने के लिए सबको साथ लेकर चलना जरूरी है।
प्रीति सामाजिक, धार्मिक, खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय हैं और युवा वर्ग में उनकी अच्छी पकड़ है। कोरोना काल में भी उन्होंने जरूरतमंदों को राशन पहुंचाकर समाज सेवा का उदाहरण पेश किया। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र भोरे में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई, जिसके कारण जनसुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा था। प्रीति आठवीं कक्षा तक शिक्षित हैं और उनकी जीविका का मुख्य स्रोत बधाई गाना और पशुपालन है।
Published on:
14 Nov 2025 08:24 pm

