
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय की व्यवस्थाओं को लेकर गहरी नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी गोंडा को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। संघ ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश के बावजूद वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा का कार्यालय अब तक कम्पोजिट विद्यालय जानकीनगर से नहीं हटाया गया। जिससे विद्यालय का शिक्षण वातावरण बाधित हो रहा है। और शिक्षक-कर्मचारी लगातार परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
गोंडा जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही और वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय के मनमाने रवैये के खिलाफ उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने सोमवार को डीएम को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। संघ ने कहा कि वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के भवन में स्थानांतरित करने के लिए कई बार आदेश जारी हुए। लेकिन बावजूद इसके कार्यालय आज भी कम्पोजिट विद्यालय जानकीनगर के प्रथम तल से ही संचालित हो रहा है। इससे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। शिक्षा अधिकार अधिनियम का भी उल्लंघन हो रहा है।
शिक्षक नेताओं ने बताया कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिलाधिकारी दोनों ने ही 2023 से 2025 के बीच कई आदेश जारी किए। जिनमें कार्यालय को 15 अप्रैल 2025 तक शिफ्ट करने का निर्देश था। इसके बावजूद वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय ने न तो आदेश का पालन किया और न ही विद्यालय परिसर खाली किया। संघ ने कहा कि इससे न केवल विद्यालय की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है। बल्कि विभागीय शिक्षकों और कर्मचारियों को भी अपने काम के लिए कई चक्कर लगाने पड़ते हैं।

संघ ने आरोप लगाया कि वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय की ढिलाई की वजह से हर माह समय से वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। दीपावली का बोनस भी अब तक जारी नहीं हुआ है। वहीं, डीए डिफरेंस, पिछले एक वर्ष से लंबित देयक, एनपीएस फाइलें और प्रान नंबर जनरेट न होने जैसी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सेवानिवृत्त शिक्षकों के पेंशन भुगतान में भी देरी बरती जा रही है।
शिक्षक संघ ने मांग की कि वित्त एवं लेखाधिकारी की स्थायी नियुक्ति की जाए। सभी बकाया देयकों का भुगतान कराया जाए। कार्यालय को तुरंत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भवन में शिफ्ट किया जाए। ताकि विभाग की कार्य व्यवस्था सुधर सके। शिक्षकों की लंबित समस्याओं का समाधान हो।
बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों को अक्टूबर 2025 का वेतन अब तक न मिलने से नाराज शिक्षक संगठनों ने डीएम को मांग पत्र सौंपकर जल्द भुगतान कराने की गुहार लगाई है। संघ ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के तहत तैनात वित्त एवं लेखाधिकारी के लम्बी अवकाश पर चले जाने से जिले के लगभग 8 हजार शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक व अन्य कर्मचारियों का वेतन, बोनस और एरियर रुका हुआ है। शिक्षक संघ ने मांग पत्र में उल्लेख किया कि वेतन न मिलने से कर्मचारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। पाल्यों की फीस, मकान किराया और किश्तों का भुगतान समय पर न होने से उन्हें गंभीर परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। संगठन ने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि बेसिक शिक्षा अनुभाग में वित्त एवं लेखाधिकारी का प्रभार किसी सक्षम अधिकारी को तत्काल सौंपा जाए, ताकि लंबित वेतन और अन्य देयकों का भुगतान शीघ्र कराया जा सके। संगठन ने भरोसा जताया कि डीएम के हस्तक्षेप से हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों को राहत मिलेगी। मांग पत्र देने वालों में प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी तथा जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय कोषाध्यक्ष सुरेश सिंह, मंडल अध्यक्ष वीर विक्रम सिंह, जिला मीडिया प्रभारी यशवंत पांडेय, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला संगठन मंत्री/ मुजेहना ब्लॉक अध्यक्ष कुलदीप पाठक, जूनियर हाई स्कूल झंझरी के ब्लॉक अध्यक्ष अजय शुक्ला, तेजेन्द्र द्विवेदी, संजय सिंह सहित पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Published on:
06 Nov 2025 03:40 pm

