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उत्पीड़न से तंग आकर मथुरा पहुंची शिक्षिका; अब प्रधानाध्यापिका समेत 9 पर छेड़खानी और जबरन धर्मांतरण का केस

गोंडा में सहायक अध्यापिका ने नौ लोगों पर छेड़छाड़, मारपीट और जबरन धर्म परिवर्तन के गंभीर आरोप लगाए है। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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गोंडा देहात कोतवाली क्षेत्र की एक सहायक अध्यापिका ने कोर्ट के आदेश पर नौ लोगों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि स्कूल में न सिर्फ उसके साथ छेड़छाड़ की गई। बल्कि जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव भी बनाया गया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

गोंडा देहात इलाके में तैनात 35 साल की एक महिला सहायक अध्यापिका ने अपने साथ हुए कथित उत्पीड़न की पूरी कहानी अब सामने रख दी है। उनका कहना है कि साल 2023 में जब वह प्राथमिक विद्यालय चिश्तिपुर में नौकरी कर रही थीं। तभी स्कूल की प्रधानाध्यापिका तजीन खान और उनके साथ जुड़ी अन्य महिला शिक्षक व कुछ पुरुष कर्मचारी उन पर लगातार इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव डालते रहे। पीड़िता का आरोप है कि स्कूल का माहौल धीरे-धीरे ऐसा बनाया गया। कि बच्चों और कर्मचारियों को भी जबरन धार्मिक बातें सिखाई जाने लगीं। और पूरी व्यवस्था को मदरसे जैसा स्वरूप देने की कोशिश होने लगी।

अध्यापिका का कहना गलत काम का विरोध किया तो मारपीट और कपड़े फाड़ डाले

अध्यापिका का कहना है कि इस पूरे मामले में पांडेपुर के उच्च माध्यमिक विद्यालय में तैनात अफसर हुसैन और आमना खातून की भी भूमिका रही। पीड़िता ने बताया कि जब उन्होंने इन गतिविधियों को गलत बताते हुए विरोध किया। तो 22 मार्च 2023 को उन्हें स्कूल में ही बुरी तरह पीटा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके कपड़े तक फाड़ दिए गए और जान से मारने की धमकी देकर उन्हें डराने की कोशिश की गई। वह किसी तरह वहां से बचकर पास के गांव पहुंचीं और ग्रामीण महिला से कपड़े लेकर खुद को ढका।

शिक्षिका ट्रांसफर होकर मथुरा चली गई

उन्होंने बताया कि 28 मार्च 2023 को इस घटना की लिखित शिकायत देहात कोतवाली में दी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद लंबे समय तक दौड़भाग करने के बाद जून 2023 में उनका ट्रांसफर मथुरा कर दिया गया। इस बीच उन्होंने एसपी गोंडा को भी पत्र दिया, पर बात आगे नहीं बढ़ी। मजबूर होकर वह उच्च न्यायालय लखनऊ बेंच गईं। जहां से उन्हें निचली अदालत में 156(3) के तहत आवेदन देने का निर्देश मिला। कोर्ट के आदेश के बाद गोंडा की अदालत ने देहात कोतवाली को मुकदमा दर्ज करने को कहा। इसके बाद प्रधानाध्यापिका तजीन खान समेत कुल नौ लोगों पर छेड़छाड़, मारपीट और जबरन धर्म परिवर्तन सहित कई धाराओं में केस दर्ज हुआ। जांच की जिम्मेदारी उपनिरीक्षक कमल शंकर चतुर्वेदी को सौंपी गई है। देहात कोतवाल का कहना है कि पीड़िता से संपर्क किया जा रहा है और साक्ष्य मिलने पर सख्त कार्रवाई होगी।