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अवैध कनेक्शन कर पीने योग्य पानी की सालों से चोरी

सर्विस सेंटर संचालक जलदाय विभाग की पाइप लाइन से सीधे-सीधे अवैध कनेक्शन कर पानी चोरी कर रहे हैं। यह संचालक पीने योग्य पानी का उपयोग वाहन धोने में कर पानी को व्यर्थ बहा रहे हैं। सरकारी पानी की यह चोरी अभी से नहीं बल्कि सालों से बदस्तूर जारी है, लेकिन सब कुछ देखने के बाद भी जिम्मेदार विभाग इन पानी चोरों पर कोई कार्रवाई नहीं करता।

अवैध कनेक्शन कर पीने योग्य पानी की सालों से चोरी Drinking water has been stolen for years through illegal connections.

सागर पाड़ा स्थित लीकेज बॉल्व से किए आधा दर्जन अवैध कनेक्शन

सिर्वस सेंटर संचालक कर रहे वाहन धुलाई में पानी का दोहन

धौलपुर.सर्विस सेंटर संचालक जलदाय विभाग की पाइप लाइन से सीधे-सीधे अवैध कनेक्शन कर पानी चोरी कर रहे हैं। यह संचालक पीने योग्य पानी का उपयोग वाहन धोने में कर पानी को व्यर्थ बहा रहे हैं। सरकारी पानी की यह चोरी अभी से नहीं बल्कि सालों से बदस्तूर जारी है, लेकिन सब कुछ देखने के बाद भी जिम्मेदार विभाग इन पानी चोरों पर कोई कार्रवाई नहीं करता।

चम्बल से वाटर वक्र्स तक आने वाली जलदाय विभाग की मैन पाइप लाइन से सालों से पीने योग्य पानी की चोरी हो रही है। दरअसल सागर पाड़ा चेक पोस्ट से पहले पुराने पुल के लिए जाने वाले रास्ते के पास बाल्व लीकेज होने से सर्विस सेंटर संचालकों ने एक-दो नहीं बल्कि आधा दर्जन अवैध कनेक्शन कर रखे हैं। जिन्होंने इस सरकारी और जनता को मिलने वाले पानी को अपनी कमाई का जरिया सालों से बना रखा है और इसके एवज में जहां जनता के हिस्से में कम पानी आ रहा है तो वहीं विभाग को भी अच्छा खासा चूना यह पानी चोर लगा रहे हैं और सबसे बड़ी बात यह है कि इन सर्विस सेंटर संचालकों ने पानी का स्टोर करने के लिए टैंक तक बना रखे हैं। जब इस मैन लाइन में पानी का संचालन होता है तो यह पानी चोर अपनी अवैध कनेक्शन से पानी का अच्छा-खासा स्टोर भी जमा कर लेते हैं।

देखा जाए तो यह सर्विस सेंटर संचालक सालों से पीने योग्य पानी से वाहनों की धुलाई कर पानी का दोहन करने पर उतारू हैं, जो लाखों लीटर पीने योग्य पानी को बर्बाद कर रहे हैं। धुलाई के नाम पर सैकड़ों लीटर पानी सडक़ों और नालियों में यूं ही बह जाता है। इस पानी बर्बादी पर किसी तरह कोई रोक या नियम कायदे नहीं हैं। ऐसा नहीं कि जलदाय विभाग यह अन्य जिम्मेदारों को इस बात की जानकारी हो, लेकिन उनकी यह उदासीनता अनमोल पानी का दोहन करा रही है। शहर में संचालित होने वाले ऐसे वाहन सर्विस सेंटर ज्यादातर मैन रोडों पर ही संचालित हो रहे हैं। इनमें सागर पाड़ा, गौरव पथ, हाइवे सर्विस लेन, आगरा रोड, सैंपऊ रोड, बाड़ी रोड सहित अन्य स्थानों पर धुलाई सर्विस सेंटर खुले हुए हैं।

शहर में एक दर्जन अवैध सर्विस सेंटर

सर्विस सेंटर संचालक सागर पाड़ा पर ही नहीं, अपितु शहर के अन्य जगहों पर भी पीने योग्य पानी का दोहन कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार शहर में एक दर्जन के आसपास ऐसे सेंटर संचालित हो रहे हैं। जहां जलदाय विभाग की पाइप लाइनों से अवैध कनेक्शन कर वाहन धुलाई का कार्य किया जा रहा है, जबकि इन सर्विस सेंटरों का तय मानकों के आधार पर संचालन भी नहीं किया जा रहा है। न ही किसी के पास सेंटर संचालन की अनुमति मिलेगी और न ही वैध जल कनेक्शन। सबसे बड़ी बात यह है कि न तो नगर परिषद और न ही जलदाय विभाग इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता। यही कारण है कि धड़ल्ले से यह अवैध सर्विस सेंटर पीने योग्य पानी को बर्बाद कर रहे हैं।

लीकेजों से भी व्यर्थ बहता पानी

जलदाय विभाग की उदासीनता से सैकड़ों गैलन पानी बर्बाद हो रहा है। दरअसल शहर में एक दो नहीं बल्कि चार से पांच जगह पाइपों के लीकेज होने से पानी व्यर्थ सडक़ों पर बह रहा है। यह तो वह लीकेज हैं जो नजरों के सामने हैं। विभाग कभी कभार इनमें थोड़ा बहुत सुधार जरूर करता है, लेकिन टेंपररी कार्य करने के कारण यह लीकेज फिर खुल जाते हैं और पानी की बर्बादी बदस्तूर जारी रहती है। मधुवन कालोनी के सामने और सिंचाई विभाग ऑफिस के सामने दो बड़े लीकेजों से प्रतिदिन पीने योग्य पानी यूं ही सडक़ों पर बह रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सिंचाई विभाग के सामने जो लीकेज है उसको तो लगभग डेढ माह तक हो चुके हैं, लेकिन फिर भी जलकल विभाग का ध्यान इस ओर नहीं है और यही कारण है कि पाइप लाइनों में लीकेज होने के कारण कालोनियों में पानी नहीं पहुंच पा रहा और पहुंचता भी है तो पानी का फ्लो बेहद कम होता है।

सागर पाड़ा पर पाइप लाइन मेें अवैध कनेक्शन कर वाहन धुलाने का कार्य किया जा रहा है तो जल्द ही इस मामले को दिखवाकर अवैध कनेक्शन करने वालों पर कार्रवाई करेंगे।

-प्रताप सिंह, एइएन जलदाय विभाग