- राजाखेड़ा की सिंघावली ग्राम पंचायत में एक स्थान पर मिले ७६ डीएपी कट्टे
- उर्वरक के एक कट्टे संतुष्ठ नहीं दिखे किसान- धौलपुर में क्रय-विक्रय केन्द्र पर हुआ वितरण
धौलपुर. रबी की फसल के चलते डीएपी खाद की इन दिनों खासी डिमांड है। जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को डीएपी खाद वितरण में हुई अव्यवस्था और किसानों की ओर से लगे गड़बड़ी के आरोपों के चलते शनिवार को कृषि विभाग ने वितरण कार्य को लेकर खासी सावधानी बरती। किसानों की भीड़ को दिखते हुए शनिवार को विभागीय अधिकारी सतर्क दिखे। अव्यवस्था नहीं फैले इसके चलते यहां पर पुलिस बल तैनात किया गया। डीएपी खाद की पर्ची और राशि एक ही खिडक़ी पर की गई और मौके पर कृषि विभाग के कार्मिक मौजूद रहे हैं। उधर, जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने अवैध तरीके से डीएपी खाद जमा कराने की सूचना पर राजाखेड़ा उपखंड की सिंघावल ग्राम पंचायत के एक गांव में एक मकान से करीब ७६ डीएपी कट्टे जब्त करवाए। कट्टे यहां कैसे पहुंचे इसको लेकर जांच के आदेश दिए हैं। मौके पर राजाखेड़ा एसडीएम भी पहुंच गईं। हालांकि, इतनी मात्रा में एक स्थान पर डीएपी खाद मिलने से राजाखेड़ा प्रशासन और कृषि विभाग के अधिकारियों पर सवालिय निशान खड़े हो रहे हैं।
गौरतलब रहे कि पत्रिका ने २० सितम्बर के अंक में डीएपी खाद को लेकर प्रमुखता से ‘बाबूजी...10बीघा खेत में एक बैग से छोंक भी नहीं लगेगा’ खबर प्रकाशित की थी। जिस पर शनिवार को प्रशासन सतर्क दिखा। शहर में तोप तिराहे के पास स्थित क्रय-विक्रय केन्द्र पर डीएपी खाद वितरण पुलिस निगरानी में हुआ। बता दें कि भरतपुर से एक हजार से अधिक डीएपी कट्टे पहुंचे थे। शुक्रवार को किसानों को एक आधार कार्ड पर एक कट्टा दिया जा रहा था। जिससे किसान नाखुश दिखे। जबकि इससे पहले ३-३ कट्टे वितरित हुए थे।
बड़ी संख्या में पहुंची महिलाएंखास बात ये रही कि डीएपी खाद लेने क्रय-विक्रय केन्द्र पर बड़ी संख्या में शनिवार को महिलाएं और किशोरी उर्वरक का कट्टा लेने पहुंची थी। शुक्रवार को एक किशोरी के धूप व उमस के चलते अचेत होने की घटना के चलते शनिवार को दूसरी खिडक़ी पर पर्ची काटी गई और सभी को पेड़ के नीचे बैठा दिया। नाम पुकारने के बाद किसान व उसका परिजन खिडक़ी पर पहुंच रहा था। शनिवार को शांतिपूर्ण तरीके से डीएपी वितरण हुआ।
एमपी व यूपी बॉर्डर पर बढ़ाई निगरानी
उधर, डीएपी खाद की डिमांड के चलते प्रशासन ने यूपी और एमपी बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी है। साथ ही उर्वरक की कालाबाजारी रोकने व खाद आपूर्ति एवं वितरण की सुचारू व्यवस्था के लिए कृषि पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई है। जिला कलक्टर श्रीनिधि बी टी ने बताया कि जिले के कुल 400 खुदरा विक्रेताओं के यहाँ यूरिया, डीएपी, एनपीके, एसएसपी आदि उर्वरकों को निर्धारित दर पर अपनी निगरानी में विक्रय करवाने के आदेश दिए हैं। अगर कहीं भी गड़बड़ी की शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
21 Sept 2025 06:45 pm