
CG News: कुरुद निवासी दिव्यांग चित्रकार बसंत साहू राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित होंगे। 52 वर्षीय बसंत साहू पिछले 30 वर्षों से व्हीलचेयर के सहारे हैं। 15 सितंबर 1995 को एक सड़क हादसे में उन्हें स्पाइनल कार्ड में चोट आई और पूरा शरीर प्रभावित हुआ।
घटना के बाद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और हाथ में पट्टा और पट्टे में ब्रश फंसाकर कैनवास में आकर्षक चित्रकारी से अपने सफर को जारी रखा। 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर उन्हें दिव्यांगजन सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति के हाथों उनका सम्मान होगा। पूर्व में भी उनका कई बार सम्मान हो चुका है।
बसंत साहू व्हीलचेयर पर बैठकर चित्र बनाते हैं, और उन्होंने कागज़ पर अपनी कल्पनाओं के रंग बिखेरने शुरू किए, अपने दाएं हाथ में एक पट्टा बांधकर ब्रश को फंसा लेते हैं और उसी से रंगों को कैनवास पर उतारते हैं। उनके लिए एक चित्र तैयार करने में चार से पांच दिन का समय लगता है।
लेकिन हर चित्र में संवेदनशीलता, गहराई और भावनात्मक अभिव्यक्ति का अद्भुत संगम झलकता है। उनकी हजारों कलाकृतियां आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित संस्थानों, सरकारी भवनों और निजी कार्यालयों की शोभा बढ़ा रही हैं।
Updated on:
07 Nov 2025 12:30 pm
Published on:
07 Nov 2025 12:29 pm

