
जिस पेटीएम ने पिछले बार १०० जॉब देने का दावा किया, उसके यहां फिर १०० पद खाली
दमोह. पॉलीटेक्निक कॉलेज में आयोजित युवा रोजगार, स्वरोजगार अप्रेंटिसशिप इस बार भी औपचारिक ही रहा। यहां युवाओं को रोजगार देने के नाम पर अधिकांश कंपनियां अपने प्रोडक्ट बेचने के तरीके बताती नजर आईं। साथ ही प्रोडक्ट बिकेगा तो कितनी सैलेरी बनेगी, उस पर चर्चा करती नजर आई, जिस पर युवा आगे बढ़ते नजर आए। इतना ही नहीं जिले में रोजगार प्रोवाइड करने वाली एजेंसियों को यहां बैठा दिया गया, जो युवाओं के दस्तावेज लेकर कॉल का इंतजार करने के लिए बोलते नजर आए। इतना ही नहीं बीते माह ही १०० पद पर जॉब देने का दावा करने वाली पेटीएम ने इस बार भी १०० पद ऑफर कर दिए। जबकि इनका न तो कोई ऑफिस दमोह में है और न ही इनके सर्विस का कोई नियम, कानून समझ आता है। महज युवाओं के रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन कराए गए। पत्रिका ने मेला स्थल पर जब जायजा लिया तो अधिकांश कंपनियां सेल्स से रिलेटिव ही थी। शिवशक्ति एग्रोटेक कंपनी से जब जॉब के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आपके पास गाड़ी, मोबाइल है तो हमारी कंपनी की खेती, किसानी संबंधी दवाइंया बेचना है, विक्रय पर ही सैलेरी तय होगी। ८५०० बेसिक है, लेकिन पेट्रोल, मोबाइल खर्च अलग नहीं है। जबलपुर में ज्वाइनिंग होगी। इसी तरह पुखराज हेल्थकेयर जबलपुर की टीम तो बकायदा हेल्थ केयर की दवाइयां रखकर बेचने का प्रशिक्षण देती नजर आई। यहां भी स्पष्ट था कि सेल के हिसाब से ही वेतन बनेगा। इतना ही नहीं गोल्डप फार्ममर एग्रीटेक सागर, मायलाइफ ग्लोबल मार्केटिंग दमोह, भारतीय जीवन बीमा निगम, ग्रोफास्ट आर्गेनिक डाइमंड जबलपुर, एबीआई लाइफ, पेटीएम, ग्रेंट आर्गेनिक सागर की टीम भी सिर्फ सेल्स पर युवाओं से बात करती नजर आई। इस तरह अधिकांश ऑफर किए गए जॉब को युवा इग्नॉर करते नजर आए। युवा मनीष ने बताया कि सेल्स का काम तो दमोह में हर दुकान पर मिल जाता है, जो कि बहुत कठिन है। नामी कंपनियों में ही सेल्स का काम सफल है। लोकल पर लोग भरोसा नहीं करते हैं, ऐेसे में पेट्रोल और समय फूकना बस होता है। मेले में अधिकांश जॉब इसी पर आधारित है। जिला रोजगार अधिकारी एलपी लडिय़ा ने बताया कि जिले में स्थानीय स्तर पर करीब १५०० जॉब ऑफर किए गए थे, जिसका लाभ युवाओं ने लिया है।
Published on:
28 Nov 2025 10:35 am
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