
मानपुर-मोहला व बालोद जिले के लगभग 30 से अधिक ग्रामीणों से ट्रैक्टर, बोर खनन एवं डबरी निर्माण कराने के नाम पर दो लोगों ने करोड़ों की ठगी कर ली। लगभग 7 से अधिक गांव के पीडि़त ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसपी से ठगी की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और राशि वापस दिलाने की मांग की। पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने जांच कराने की बात कही। ठगी का आरोप जोरेवाही डोंगरगांव निवासी अमीर खान और बकलीटोला निवासी हसनुद्दीन खान पर लगा है। हसनुद्दीन अन्य मामले में राजनांदगांव जेल में है। दूसरा आरोपी अपने निवास में नहीं रहता है और उसका मोबाइल भी बंद है।
पीडि़त ग्रामीणों की माने तो बोर कराने, ट्रैक्टर, खरीदने व कृषि कार्ये के लिए बैंक से सस्ता लोन दिलाने के नाम पर दोनों आरोपी गांव-गांव में घूमते थे। किसानों को झांसे में लेकर बैंक पासबुक, ऋण पुस्तिका और आधार कार्ड ले जाते थे। कई किसानों ने उसे नगद राशि दी तो कई किसानों के खाते से राशि निकालकर अपने खाते में ट्रांसफर कर दिया। किसानों को जब बैंक से नोटिस आया, तब पता चला कि उनके खाते से राशि निकल गई है।
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पूनारकसा निवासी नरसिंह जूरी ने कहा कि हमने तो किसी से रुपए मांग कर बोर खनन के लिए दिए थे। मुझे मालूम नहीं था इस तरह की ठगी के शिकार हो जाएंगे। अब चिंता है कि आठ लाख रुपए कहां से वापस लाऊं, जिसे दिया था, उसका मोबाइल बंद है। रोज इसे सोच कर रोना आता है।
मानपुर जिले के बोगाटोला निवासी लक्षमण सहारे ने बताया कि मार्च में अमीर खान और हसनुद्दीन खान आए। उन्होंने कहा कि आपके पास मक्का की कटी फसल है, उसे हमें दे दो। हम बाजार मूल्य से अधिक राशि देंगे। उनकी बातों पर आकर 49 क्विंटल मक्का दे दिया। बदले में एक लाख सात हजार का चेक दिया, जो फर्जी निकला।
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पूनारकसा के द्वारिका प्रसाद ने बताया कि दिसंबर में दोनों आरोपी आए। बोर खनन एवं खेत की फेंसिंग करने की बात कहकर 9 लाख 72 हजार रुपए मांगे। हमने रकम दे भी दी, लेकिन आज तक न काम किया और न ही रुपए वापस किए।
किसानों की माने तो हमसे सिर्फ हस्ताक्षर कराकर ले गए थे। बिना बैंक गए ही राशि निकाल ली और संबंधित बैंक ने राशि भी दे दी। पीडि़त ग्रामीणों का कहना है इन दोनों ठगी करने वालों की बैंक के कर्मचारियों से भी सांठगांठ है, तभी राशि निकालने दी।
शिकायतकर्ताओं में नीरसिंह पूनारकसा, पुरानिक राम, द्वारिका प्रसाद, प्रहलाद सिंह सहारे, ब्रिजलाल, पारस साहू, फागूराम, पुष्पा बाई, शंकर लाल, भुनेश्वर लाल सहित 30 से अधिक ग्रामीण शामिल हैं।
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Updated on:
09 Sept 2025 11:39 pm
Published on:
09 Sept 2025 11:36 pm

