
Oman players on Vaibhav Suryavanshi: एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 में भारत ए के पहले ही मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी ने गगनचुंबी छक्कों की बारिश कर दी थी। उन्होंने 11 चौके और 15 छक्के की मदद से 144 रन की विस्फोटक पारी खेलते हुए विपक्षी गेंदबाजों के धागे खोल दिए थे। आज 18 नवंबर को ओमान की टीम का उनसे सामना होने जा रहा है। भारत के खिलाफ इस मुकाबले से पहले शायद ओमान के खिलाड़ी शायद वैभव की छक्के मारने की कला से खौफजदा हैं। विपक्षी टीम के युवा खिलाड़ी समय श्रीवास्तव और आर्यन बिष्ट का कहना है कि जब उनका वैभव से सामना होगा तो उनसे ये जरूर पूछेंगे कि 14 साल की उम्र में आप इतने लंबे छक्के कैसे मार रहे हैं?
वैभव सूर्यवंशी ने यूएई के खिलाफ निडर पावर हिटिंग का एक अद्भुत उदाहरण पेश किया था। उन्होंने 11 चौके और 15 छक्के और 342.85 के साथ सिर्फ 42 गेंदों पर 144 रन की जबरदस्त पारी खेली थी। ये किसी भी टी20 शतक का अब तक का चौथा सबसे उच्च स्ट्राइक रेट है। इस मैच में उन्होंने 32 गेंदों में शतक पूरा किया, जो पुरुषों के टी20 में किसी भारतीय का संयुक्त रूप से दूसरा सबसे तेज शतक है। इस मामले में उन्होने 2018 में बनाए गए ऋषभ पंत के के रिकॉर्ड की बराबरी की। इसके बाद पाकिस्तान ए के खिलाफ उन्होंने 28 गेंदों में 45 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली। हालांकि उस मैच में टीम हार गई।
टीओआई को दिए एक इंटरव्य में ओमान के खिलाड़ी आर्यन बिष्ट ने कहा कि हमने वैभव को सिर्फ टीवी पर देखा है और अब हम उनके खिलाफ खेलेंगे। जब आप 14 साल के होते हैं और गेंद को इतनी दूर तक मार पाते हैं तो यह असाधारण प्रतिभा होती है। यह ऐसा कुछ है, जो हर कोई नहीं कर सकता। निश्चित रूप से ऐसा कुछ जो मैं उस उम्र में नहीं कर सकता था। 14 साल की उम्र में आप छक्के कैसे मार रहे हैं? वह वाकई प्रतिभाशाली और बहुत अच्छा है। इसलिए मैं उसके खिलाफ खेलने के लिए उत्सुक हूं।
वहीं, मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर चुके ओमान के युवा खिलाड़ी समय श्रीवास्तव ने कहा कि वैभव से मिलना एक शानदार मौका होगा। मैं बस क्रिकेट के बारे में उनकी सोच जानना चाहता हूं। वह सिर्फ 14 साल के हैं और भारत के लिए पहले से ही बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मैं उनसे जरूर मिलना चाहता हूं। जिस तरह से वह बड़े-बड़े छक्के लगाते हैं, वह लाजवाब है। मैं इस बारे में उनसे बात करना चाहता हूं।
रिपोर्ट के अनुसार, समय और आर्यन दोनों का भारत से गहरा नाता है। आर्यन के परिजन मूलरूप से उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले हैं। उनके पिता 2000 के दशक की शुरुआत में नौकरी के लिए ओमान चले गए थे और परिवार अंततः ओमान में ही बस गया। आर्यन ने बताया कि मेरा जन्म और पालन-पोषण ओमान में ही हुआ है। मैंने अपनी थोड़ी-बहुत स्कूली शिक्षा वहीं और बाकी भारत में की। मैंने ओमान के लिए अंडर-19 क्रिकेट खेला और आगे बढ़ा। अंडर-19 के बाद मैंने काफी स्थानीय क्रिकेट खेला और इसी तरह मैं राष्ट्रीय टीम में पहुंचा।
आर्यन ने बताया कि जब मैं सातवीं कक्षा में था, तब माता-पिता ने मुझे क्रिकेट सीखने के लिए भारत भेजने का फैसला किया। उन्हें लगा कि मेरे लिए शुरुआत में भारत में ही खेल सीखना बेहतर होगा और मैं देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कभी भी ओमान लौट सकता हूं। मेरी क्रिकेट की नींव भारत में बनी थी। इसके बाद मैंने रुद्रपुर की एक अकादमी में प्रशिक्षण लिया।
वहीं, समय का जन्म मध्य प्रदेश के भोपाल में हुआ था और भारत में घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद वे ओमान चले गए। उन्होंने लगातार रैंकिंग में सुधार किया और अब एक लेग स्पिनर के रूप में ओमान के गेंदबाजी आक्रमण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। वह कहते हैं कि शेन वार्न मेरे हीरो और आदर्श हैं। बचपन में मैं उन्हें और उनके वीडियो देखा करता था और मैंने हर तरह से उनका अनुसरण किया। उनकी गेंदबाजी, उनकी मानसिक शक्ति, उनके कौशल… सब कुछ।
उन्होंने बताया कि मैंने वेंकटेश अय्यर, रजत पाटीदार और आशुतोष शर्मा के साथ आयु समूह क्रिकेट और अखिल भारतीय टूर्नामेंट खेले हैं। हम अभी भी संपर्क में हैं और एक-दूसरे से बात करते रहते हैं। बता दें कि समय और आर्यन दोनों 2025 एशिया कप के दौरान ओमान की टीम का हिस्सा थे, जिसके फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था।
Updated on:
18 Nov 2025 11:38 am
Published on:
18 Nov 2025 11:35 am

