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IND vs SA 2nd Test: सुंदर ने अपने बयान से पंत और जुरेल पर उठाए सवाल, गुवाहाटी की पिच को बताया शानदार

India vs South Africa: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद टीम इंडिया के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने पिच को लेकर बड़ी बात कही है।

Washington Sundar
वाशिंगटन सुंदर (फोटो- IANS)

Washington Sundar on Guwahati Pitch: कोलकाता में पहला टेस्ट हारने के बाद जीत के इरादे से गुवाहाटी पहुंची भारतीय टीम की हालत यहां भी खराब है। दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भारतीय टीम क्लीन स्वीप के कगार पर है। सोमवार को दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने 26 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त 314 रन तक पहुंचा दी है। मेहमान टीम ने पहली पारी में 489 रन बनाए थे, जिसके जवाब में भारतीय टीम 201 रन पर ही ढेर हो गई। जिसके बाद ऐसा लगा कि शायद तीसरे दिन पिच का मिज़ाज बदल गया, लेकिन टीम इंडिया के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने बताया कि पिच बल्लेबाजी के लिए अभी भी बेहतर है।

'बैटिंग के लिए पिच शानदार'

सुंदर ने कहा है कि गुवाहाटी की पिच अभी भी बल्लेबाजी के लिए काफ़ी अच्छी है, और अगर इस पर टिक कर बल्लेबाजी की जाए, तो आसानी से रन बनाए जा सकते हैं। साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को यानसन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए धमाकेदार 93 रन की पारी खेली और फिर छह विकेट चटका दिए। यानसन ने अपने छह में से चार विकेट शॉर्ट गेंदों पर हासिल किए। ऐसे में यह सवाल लाज़मी है कि जिस पिच को कुलदीप यादव ने गुवाहाटी टेस्ट के दूसरे दिन "रोड" कहा था, क्या वह बदल चुकी है? क्या उस पर अब रन बनाना कठिन हो गया है? लेकिन वॉशिंगटन का मानना है कि पिच अभी भी बल्लेबाजी के लिए काफ़ी अच्छी है।

वाशिंगटन सुंदर ने कहा, "यह पिच मुश्किल नहीं थी। यह बहुत अच्छी पिच थी। भारत में आपको हर दिन ऐसी सतह नहीं मिलती। अगर आप पिच पर समय बिताते हैं, तो रन बनाए जा सकते हैं। साथ ही अगर कोई बल्लेबाज थोड़ा टिक कर बल्लेबाजी करता है, तो उसे रन बनाने से रोकना काफ़ी मुश्किल है। यह बल्लेबाज और गेंदबाज के बीच की लड़ाई है। हमारे और उनके बल्लेबाज और गेंदबाज अलग हैं।"

सुंदर ने ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल के आक्रामक शॉट खेलने के प्रयास पर भी अपनी राय रखी और उसे रणनीति का हिस्सा बताया। वॉशिंगटन ने कहा, "बल्लेबाजी करने के कई तरीके होते हैं। हर बल्लेबाज अपनी योजना के हिसाब से चलता है। ख़ासकर ऐसी पिच पर तो अलग-अलग योजना के लिए काफ़ी संभावना है। हम अपनी योजनाओं पर भरोसा रखते हैं। कई बार नतीजा वैसा नहीं आता जैसा हम चाहते हैं, लेकिन यही खेल है।"