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Churu : पूनम हत्याकांड की जांच से सरदारशहर के लोग नाराज, पुलिस अधीक्षक को दिया ज्ञापन

संघर्ष समिति के सदस्याें ने घटना में किसी अन्य के शामिल होने की पुष्टि के लिए अभियुक्त हितेश से घटना की ड्रिल फिर से करवाई जानी चाहिए। घटना में अभियुक्त हितेश के परिवार के सदस्यों की गतिविधियों के संबंध में अनुसंधान करवाई जाए। क्योंकि गिरफ्तार हितेश की ओर घटना कारित करना अकेले के वश की बात नहीं हैँ।

चूरू. सरदारशहर में पूनम हत्याकांड में चल रहे अनुसंधान सही ढंग से नहीं किए जाने पर नाराज हुए तहसील के लोग सोमवार को चूरू (Churu) आए और जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच की अपेक्षा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। एसपी को दिए ज्ञापन में बताया कि मृतक पूनम के चाचा रामनिवास की ओर दर्ज करवाए गए आपराधिक प्रकरण में वर्तमान अनुसंधान अधिकारी निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे हैं और अपराध में शामिल व्यक्तियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। जांच में देरी, पक्षपात करने से सर्वसमाज के लोगों में रोष व्याप्त हो रहा है। ज्ञापन में संघर्ष समिति के निर्णय अनुसार 15 सितंबर को आक्रोश रैली भी निकाल एएसपी को ज्ञापन देकर 7 दिन का समय दिया गया लेकिन 14 दिन बीत गए हैं। फिर भी जांच के बिंदुओं पर अनुसंधान नहीं किया गया।

एकाएक इतना सबकुछ करना नहीं हैं संभव
ज्ञापन में पूनम की हत्या (Poonam Murder Case) की रिपोर्ट 7 सितंबर को दर्ज करवाई गई। प्रकरण अनुसार अभियुक्त हितेश अकेले के द्वारा उसके माता-पिता के मंदिर जाने और मंदिर से वापस आने के मात्र 22 मिनट में हत्या की घटना को अंजाम देना, स्वयं के कपड़े बदलना, स्वयं के कपड़ों को छुपाना, बैडशीट बदलना, उसे छुपाना, फर्श से खून को साफ करना, घटना में उपयोग में लिए हथियार साफ करना, हथियार को छुपाना, लूट की झूठी घटना बनाने के आश्य से सारा सामान बिखेरना, स्वयं के हाथों को साफ करना, घटना के सबूत नष्ट करना आदि तमाम किया जाना कतई सम्भव नहीं हैं। समिति के सदस्यों ने यह भी इस घटना में हितेश के परिवार के साथ अन्य किसी के शामिल होने की पूर्ण सम्भावना है।

फिर करवाई जाए ड्रिल
संघर्ष समिति के सदस्याें ने घटना में किसी अन्य के शामिल होने की पुष्टि के लिए अभियुक्त हितेश से घटना की ड्रिल फिर से करवाई जानी चाहिए। घटना में अभियुक्त हितेश के परिवार के सदस्यों की गतिविधियों के संबंध में अनुसंधान करवाई जाए। क्योंकि गिरफ्तार हितेश की ओर घटना कारित करना अकेले के वश की बात नहीं हैँ। ज्ञापन में बताया कि पुलिस ईश्वर की मौके पर उपस्थिति मानती है तो इस जघन्य अपराध में परिवार के दोषियों को पुलिस तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई करें।

मोबाइल नंबरों से संबंधित करें जांच
ज्ञापन में 6 व 7 सितंबर की मध्य रात्रि एक बजे से सुबह 5 बजे तक उपयोग में आए मोबाइल नंबरों की जांच, मृतका पूनम के पति कपिल व देवर हितेश की ओर से दहेज की मांग की जाती थी। इन तथ्यों का अंकन एफआईआर में किया गया है। दहेज की मांग पूर्ति के लिए पूनम पिता ने चाचा देवकरण, रामनिवास, नाना दानाराम तथा मामा राजकुमार, महेश के साथ जाकर कपिल को 5 लाख रुपए का भुगतान किया था। इसका अनुसंधान कर पति को गिरफ्तार कर 5 लाख रुपए बरामद किए जाए।

पति सहित ससुराल के अन्य लोगों को किया जाए गिरफ्तार
ज्ञापन में कहा गया है आरोपी पति कपिल, देवर ईश्वर, सास चंदा व ससुर गिरधारीलाल का नार्को टेस्ट करवाया जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके। न्यायालय में चालान पेश होने के बाद इस केस के संबंध में प्रतिदिन ध्यान रखने, अनुसंधान में वर्तमान अनुसंधान अधिकारी डीएसपी के साथ किसी अन्य उच्च अधिकारी को नियुक्त कर हत्या के षड्यंत्र में शामिल आरोपी पति कपिल, देवर ईश्वर, सास तथा ससुर को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है।

प्रतिनिधियों ने कहा कि कि यदि समय पर कड़ी कार्रवाई नहीं की तो पूनम को न्याय दिलाने के लिए बाजार बंद कर जुलूस निकाला जाएगा और आमरण अनशन शुरू कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर शोभाकांत स्वामी, डॉ पीके पांडिया, दिनेश, शिवकुमार शर्मा, मामराज, रामनिवास, मातूराम, ओमप्रकाश, भंवरलाल, अरविन्द, पवन, दुर्गाप्रसाद, मांगीलाल, बजरंगलाल, अनिता जोशी, महेश शर्मा, मो. फारूक सहित बड़ी संख्या में समिति के प्रतिनिधि मौजूद रहे।