
चूरू। जिले के सबसे बड़े अस्पताल में नवजात बच्चे की मौत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बच्चे का कातिल कोई और नहीं, बल्कि जन्म देने वाली उसकी मां ही है। पुलिस के मुताबिक, जन्म देने के कुछ घंटे बाद ही मां गुड्डी देवी (40) ने बच्चे की गला दबाकर हत्या कर दी। बच्चे के चिल्लाने की आवाज नहीं आए, इसके लिए गुड्डी ने पहले बच्चे का मुंह दबाया, इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। मामले में गुड्डी देवी की बड़ी बहन मैना देवी ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
दरअसल, पूरा मामला 6 नवंबर की रात से जुड़ा है। चूरू जिले के सबसे बड़े डीबी अस्पताल में एक महिला ने रात 11 बजे बेटे को जन्म दिया था। वहीं अगले दिन सुबह यानी 7 नवंबर को जब परिजन महिला के पास पहुंचे तो बेटा अचेत अवस्था में मिला। आनन-फानन में बच्चे को लेकर परिजन डॉक्टरों के पास पहुंचे, तो उन्होंने बच्चे को मृत बता दिया। इस दौरान बच्चे के गले पर निशान पाया गया। जिससे आशंका हुई कि किसी ने बच्चे की गला दबाकर हत्या की है। रात से ही पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही थी।

मामले ने तब नया मोड़ ले लिया, जब महिला की बड़ी बहन अपनी ही छोटी बहन के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची। अजीतसर निवासी मैना देवी ने बताया कि उसकी छोटी बहन गुड्डी देवी की शादी उसके देवर के साथ करीब 24 साल पहले हुई थी। गुड्डी का पति पिछले 10 साल से लकवा मारने की वजह से बिस्तर पर पड़ा है। दूसरी तरफ, परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से गुड्डी देवी मानसिक तौर पर परेशान रहती है।
बड़ी बहन ने बताया कि 6 नवंबर की रात को गुड्डी देवी को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद वे लोग गुड्डी को लेकर अस्पताल पहुंचे। उसी रात गुड्डी देवी ने बेटे को जन्म दिया। डिलीवरी नॉर्मल हुई। उसने बताया कि करीब 3 साल पहले भी गुड्डी ने बेटे को जन्म दिया था, जिसके बाद से उसका पति भी मानसिक रूप से बीमार रहने लगा। पहले से गुड्डी के 4 बच्चे हैं।
मैना ने बताया कि अस्पातल में बेटे को जन्म देने के बाद गुड्डी रोने लगी और कहा कि उसके पहले से 4 बच्चे हैं। पति भी बीमार रहता है, अब कौन कमाकर इनको खिलाएगा। इन सबके बाद डॉक्टरों ने गुड्डी देवी को वार्ड में शिफ्ट कर दिया। वहीं रात होने की वजह से सभी सो गए।
बड़ी बहन ने बताया कि जब वह सुबह उठकर गुड्डी के पास गई और बच्चे को देखा तो वह अचेत था। वह तुरंत बच्चे को लेकर डॉक्टरों के पास गई। डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे के गले पर निशान थे। यह बात जब उसने आकर गुड्डी को बताई तो वह रोने लगी और कहा कि उससे बहुत बड़ी गलती हो गई।
इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। शव का पहले ही पोस्टमार्टम किया जा चुका है। गला दबाने से मौत की पुष्टि के बाद पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। आरोपी महिला का अभी अस्पातल में इलाज चल रहा है। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद पुलिस आरोपी मां को गिरफ्तार करेगी।
इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि गुड्डी देवी की नॉर्मल डिलीवरी के बाद परिजनों को इसकी जानकारी दे दी गई थी। इसके बाद भी काफी देर तक कोई बच्चे को लेने नहीं आया। इससे भी मामला कुछ संदिग्ध लग रहा था।
वहीं जब परिजन महिला को लेकर अस्पातल पहुंचे। इस दौरान लेबर रूम के स्टाफ ने परिजनों से महिला की पिछली जांच रिपोर्ट मांगी, तो परिजन कुछ बोल नहीं पाए। ऐसे में पता चला कि बीते 9 महीनों के दौरान महिला का किसी भी तरह का डॉक्टरी परीक्षण नहीं कराया गया।
Updated on:
08 Nov 2025 09:46 pm
Published on:
08 Nov 2025 06:12 pm

