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पितृपक्ष में थमा प्रॉपर्टी बाजार, नवरात्रि में रिकॉर्ड तोड़ेगी रजिस्ट्री, इन इलाकों पर निवेशकों की नजर

MP News: पितृपक्ष (Pitru Paksha) में प्रॉपर्टी कारोबार थम गया है, लेकिन नवरात्रि (Navratri 2025) के शुभ मुहूर्त का इंतजार है। रजिस्ट्री रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं और निवेशकों की नजर नए हॉटस्पॉट इलाकों पर है।

Property Bazaar halted pitru paksha record land registry navratri 2025 mp news
Property Bazaar halted pitru paksha record land registry navratri 2025 (फोटो- सोशल मीडिया)

MP News:छिंदवाड़ा के पुराने शहर को छोड़कर ग्रामीण इलाकों में जमीन में निवेश आम आदमी की प्राथमिकता रही है। इस समय पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में जमीन की खरीदी-बिक्री का कारोबार (Property Bazaar) रुक सा गया है। अब लोग नए सौदा करने नवरात्र की तिथि (Navratri 2025) का इंतजार कर रहे हैं। अब तक प्लॉट, मकान और कृषि भूमि में रिकॉर्ड स्तर पर निवेश हुआ है। पिछले साल के मुकाबले पंजीयन आय अधिक हो गई है।

हर व्यक्ति के जीवन में प्लॉट और मकान, दुकान ख्वाहिश रही है। इसके चलते जमीन पर निवेश हर रिटर्न पर भारी है। पिछले दस साल में आसपास के जिलों के मुकाबले छिंदवाड़ा की प्रगति होने से आसपास के जिलों के रहवासी यहीं जमीन लेकर बस गए हैं।

रिंग रोड के अंदर गांवों में प्लाटिंग कार्य में तेजी

किसानों के खेत विकसित कॉलोनियों में तब्दील हो गए हैं। रिंग रोड के अंदर के गांवों में प्लाटिंग तेजी से हुई है। साथ ही आसपास क्षेत्रीय बाजार भी विकसित हो गए हैं। इससे प्रॉपर्टी बाजार के साथ अर्थव्यवस्था भी तेजी से आगे बढ़ रही है।

सोनपुर, मोहरली और चंदनगांव नया निवेश क्षेत्र

परासिया रोड नागपुर रोड. खजरी रोड, नरसिंहपुर रोड, सिवनी रोड़ के आसपास की कॉलोनियां पिछले एक दशक में विकसित हुई। अब सोनपुर रोड, मोहरली, चंदनगांव नए निवेश क्षेत्र हैं। रजिस्टी के रिकॉर्ड के मुताबिक पुराने छिंदवाड़ा शहर में बुधवारी. इतवारी, गोलगंज, छोटा बाजार, शनिचरा बाजार, गुलाबरा, सिविल लाइन, रेलवे स्टेशन, गांधीगंज समेत अन्य क्षेत्र में प्लॉटिंग के लिए स्थान नहीं बचा है। पुराने मकानों की पुन बिक्री की रजिस्ट्री बहुत कम है।

पंजीयन विभाग में बन रहा आय का रिकॉर्ड

पंजीयन विभाग के अनुसार इस वित्तीय वर्ष 2025-26 में 220 करोड़ रुपए से ज्यादा लक्ष्य तय किया गया है। इसके विरुद्ध एक अप्रैल से सितम्बर तक पंजीयन आय 80 करोड़ रुपए से अधिक निकल गई है।

निगम क्षेत्र में मकान की संख्या 59 हजार पार

नगर निगम क्षेत्र में रजिस्टर्ड मकानों की संख्या 59 हजार पहुंच गई है। पिछले एक दशक में यह वृद्धि 30 फीसदी है। हर माह बन रहे नए मकानों से प्रॉपर्टी टैक्स का दायरा बढ़ रहा है। मकान के लिए पहली पसंद पहले नगर परासिया और नागपुर रोड के आसपास की कॉलोनियां थी। अब खजरी और सोनपुर रोड प्रॉपर्टी निवेशकों की पहली प्राथमिकता बनी है।

प्रॉपर्टी के पंजीयन से पंजीयन विभाग को हर माह आय हो रही है। प्रॉपर्टी कारोबार में तेजी से हम यह लक्ष्य भी हासिल कर लेंगे।- यूके झा, जिला पंजीयक