
धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना 2025-26 का वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है। इसके अनुसार छतरपुर जिले से कुल 250 वरिष्ठ नागरिकों को 22 दिसंबर 2025 को रामेश्वरम-मदुरई तीर्थ यात्रा पर भेजा जाएगा।
कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने योजना के सफल संचालन के लिए अधिकारियों को दायित्व सौंपते हुए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यात्रा से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं आवागमन, सुरक्षा, भोजन, चिकित्सा सुविधा और आवास समय रहते पूर्ण कर ली जाएं।
यात्री 8 दिसंबर 2025 तक अपनी तहसील, जनपद कार्यालय अथवा स्थानीय निकाय (नगर पालिका/नगर परिषद) में आवेदन जमा कर सकते हैं। निर्धारित तिथि के बाद जमा हुए आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
-आवेदक जिले का स्थायी निवासी हो।
- आयु 60 वर्ष या इससे अधिक हो (महिलाओं के लिए 58 वर्ष से अधिक)।
- आवेदक आयकर दाता न हो।
- शासकीय चिकित्सक द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र संलग्न करना आवश्यक।
- पहचानपत्र और एक पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो आवश्यक।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना वर्ष 2012 से संचालित है। छतरपुर जिले से इससे पहले प्रयागराज, द्वारका, हरिद्वार, उज्जैन, पुष्कर और काशी जैसे तीर्थ स्थलों के लिए अनेक यात्राएं भेजी जा चुकी हैं। पिछले वर्षों में जिले के हजारों वरिष्ठ नागरिक इस योजना का लाभ ले चुके हैं। यात्रा के दौरान प्रदेश सरकार पूरी व्यवस्था स्वयं करती है, ट्रेन से यात्रा, ठहरने की व्यवस्था, भोजन, सुरक्षा, चिकित्सा सहायता और स्थानीय दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।
रामेश्वरम् देश के प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। वहीं मदुरई का प्रसिद्ध मीनाक्षी मंदिर दक्षिण भारत की सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक धरोहरों में गिना जाता है। धार्मिक महत्व, शांत वातावरण और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के कारण यह यात्रा वरिष्ठ नागरिकों के लिए अत्यधिक फलदायी मानी जाती है।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पात्रता की जांच पारदर्शी ढंग से की जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी पात्र वरिष्ठ नागरिक योजना से वंचित न रहे। धार्मिक न्यास विभाग की वेबसाइट पर पूरी जानकारी उपलब्ध है, जिससे इच्छुक यात्री यात्रा कार्यक्रम, आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।
Published on:
26 Nov 2025 10:39 am

