
कॉरपोरेट सेक्टर में छंटनी एक कड़वी हकीकत बन गयी है। आईआईटी से पढ़े एक व्यक्ति ने काफी परेशान कर देने वाली स्टोरी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रैडिट पर शेयर की है। यह व्यक्ति एक निफ्टी-50 कंपनी में मैनेजर था। कंपनी में बड़ी रिस्ट्रक्चरिंग के दौरान इनकी नौकरी चली गई। इसके बाद बीते 7 महीनों से ये नौकरी पाने के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं।
एक समय पर अपनी टीम को लीड करने वाले इस अनुभवी प्रोफेशनल ने लिखा, 'ऐसा लगता है कि लाइफ जीरो पर वापस आ गई है। सेविंग्स लगभग खत्म हो गई है। सिर्फ दो महीने के खर्चे जितना पैसा बचा है।' इस पोस्ट का कैप्शन था- "छंटनी झेल चुके मिड लेवल मैनेजर को नौकरी नहीं मिल रही।"
पोस्ट के अनुसार, इस शख्स को 70 लाख रुपये सालाना पैकेज वाली नौकरी उस समय खोनी पड़ी, जब कुछ ही हफ्ते पहले उन्होंने एक बड़ा घर खरीदा था। नौकरी जाने पर EMI भरना असंभव होने के कारण घर को तुरंत किराए पर देना पड़ा। उन्होंने लिखा कि छंटनी के बाद करियर को फिर से पटरी पर लाने की कोशिशें लगभग बेनतीजा रही हैं। LinkedIn और Naukri पर आवेदन, रेफरेंस के जरिए संपर्क और कंसल्टेंट्स की मदद। किसी से भी खास फायदा नहीं हुआ। यहां तक कि प्रीमियम जॉब सर्च सर्विसेज भी कोई बड़ा बदलाव नहीं ला पाईं। पोस्ट में लिखा है, “पिछले 7 महीनों में मुझे बस कुछ कंसल्टेंट्स के फोन आए और सिर्फ 2 इंटरव्यू मिले।”

Reddit यूजर्स ने सहानुभूति जताई और लंबे समय तक नौकरी न मिलने के अपने अनुभव भी साझा किए। कई यूजर्स ने कहा कि मिड-लेवल नौकरियों के लिए हालात बेहद कठिन हो गए हैं। एक यूजर ने कमेंट किया, “आपको शायद इसलिए नहीं चुना जा रहा, क्योंकि आप जिन नौकरियों के लिए आवेदन कर रहे हैं, उनके लिए ओवरक्वालिफाइड हैं।”
दूसरे ने लिखा, “जॉब मार्केट बहुत क्रूर है और इसकी गारंटी नहीं कि अगले एक साल में हालात सुधर जाएंगे या कभी सुधरेंगे भी।” एक और यूजर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मेरे साथ भी ऐसा ही हो रहा है। सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में 11 साल का अनुभव है, लेकिन किसी की भी कॉल नहीं आ रही। रेफरल भी काम नहीं कर रहे। समझ नहीं आ रहा समस्या कहां है।”
Published on:
20 Nov 2025 05:55 pm

