PF Withdrawal through UPI: देश के 8 करोड़ लोगों को जल्द ही बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अगले महीने EPFO 3.0 इनिशिएटिव पर विचार कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य ईपीएफओ मेंबर्स को बैंक जैसी सेवाएं उपलब्ध कराना है। ईपीएफओ 3.0 के तहत मेंबर्स एटीएम और यूपीआई के जरिए भी PF की आंशिक निकासी कर सकेंगे। इसके अलावा, EPFO का केंद्रीय न्यासी बोर्ड न्यूनतम पेंशन को 1,000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 1,500 से 2,500 रुपये प्रति माह करने के प्रस्ताव पर भी विचार कर सकती है। यह ट्रेड यूनियनों की लंबे समय से चली आ रही मांग है।
श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में यह बैठक 10-11 अक्टूबर को होगी। हालांकि, एजेंडा को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। ईटी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि सरकार दिवाली से पहले लगभग 8 करोड़ EPFO मेंबर्स को कुछ लाभ देने की तैयारी कर रही है, ताकि खपत को बढ़ावा मिल सके।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी यानी केंद्रीय न्यासी बोर्ड EPFO की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। इसमें नियोक्ताओं और कर्मचारियों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकारों के प्रतिनिधि भी शामिल होते हैं। हालांकि, बैंकों और यूपीआई के जरिए पीएफ से आंशिक निकासी की अनुमति देने का प्रस्ताव ट्रेड यूनियनों के कड़े विरोध का सामना कर सकता है। उनका कहना है कि पीएफ सदस्य की रिटायरमेंट सेविंग्स है और अगर इसे अन्य उद्देश्यों के लिए आसानी से निकाला जा सके तो बचत का मकसद खत्म हो जाएगा।
कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध उपबंध अधिनियम पहले से ही बीमारी, शिक्षा, विवाह और आवास जैसी आपात जरूरतों के लिए 5 लाख रुपये तक की एडवांस निकासी की अनुमति देता है। यह निकासी ऑटो-क्लेम सुविधा के तहत बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के तीन दिनों के भीतर हो जाती है।
फिलहाल निकासी प्रक्रिया में कम से कम दो-तीन दिन का समय लगता है और भुगतान NEFT या RTGS के जरिए किया जाता है। एटीएम से निकासी का प्रस्ताव EPFO के सुधार एजेंडे का हिस्सा है, जिसका मकसद कार्यकुशलता और सुलभता बढ़ाकर सब्सक्राइबर्स के जीवन को आसान बनाना है।
Published on:
11 Sept 2025 01:38 pm