5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

4 लाख रुपये महीने कमाने वाला क्यों नहीं खरीद रहा अपना ‘घर’, कैलकुलेशन से समझाया क्यों है ये नुकसान का सौदा

बेंगलुरु में प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों को लेकर एक 32 वर्षीय व्यक्ति की Reddit पोस्ट वायरल हो गई, जिसमें उसने बताया कि ₹7 करोड़ की नेटवर्थ होने के बावजूद वह घर नहीं खरीदना चाहता। उसने रेंटल यील्ड, खराब इंफ्रास्ट्रक्चर और लाइफ क्वालिटी को घर न खरीदने की मुख्य वजह बताया।

3 min read
Google source verification

बेंगलुरु में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि वहां पर प्रॉपर्टी खरीदना क्यों समझदारी का काम नहीं (PC: Canva)

बेंगलुरु में प्रॉपर्टीज के दाम आसमान पर हैं, वहां की लाइफस्टाइल और टेक वर्क कल्चर को देखते हुए साधारण से फ्लैट भी 1-2 करोड़ की वैल्यू पर बिकते हैं। मगर क्या वाकई हर कोई इन फ्लैट्स को खरीदना चाहता है। बेंगलुरु में ही रहने वाले 32 साल के एक व्यक्ति ने इसी को लेकर एक Reddit पोस्ट डाली, जिसके बाद वो चर्चा का विषय बन गए।

अपनी इस पोस्ट में जब उन्होंने बताया कि भले ही उनकी नेटवर्थ 7 करोड़ रुपये हो और हर महीने उनकी सैलरी 3.7 लाख रुपये हो, वो बेंगलुरु में प्रॉपर्टी क्यों नहीं खरीदना चाहते। उन्होंने जो पोस्ट किया उसका शीर्षक है - “Why buying a house in Bangalore makes ZERO sense to me (even though I can afford it)”. हालांकि इस पोस्ट में उनका नाम नहीं है। वो बताते हैं कि अभी वो जयनगर में 3BHK अपार्टमेंट में रहते हैं, जिसका किराया ₹35,000 किराया देते हैं, जो आज लगभग 8 करोड़ रुपये की वैल्यू वाले प्लॉट पर स्थित है। वो लिखते हैं 'सोचिए जरा। रेंटल यील्ड तो मजाक है, इस कीमत पर खरीदना वित्तीय रूप से बिल्कुल भी समझदारी नहीं है।'

'बेंगलुरु में घर खरीदने में बिल्कुल समझदारी नहीं'


Reddit पर अपनी पोस्ट में ये बताते हैं कि भले ही वह बेंगलुरु के बाहर 2-3 करोड़ रुपये का घर आराम से कर सकते हैं. वह अपने लाइफस्टाइल पर समझौता नहीं करना चाहते, जैसे कि व्हाइटफील्ड, सर्जापुर या वार्थूर जैसी जगहों पर जाना। उन्होंने लिखा, “सच कहूं तो मैं अपनी जिंदगी भीड़भाड़, धूल भरे, खराब प्लानिंग वाले इलाकों में नहीं बिताना चाहता… लंबी यात्रा, लगातार कंस्ट्रक्शन, कोई शांति नहीं। ये मेरी पसंद नहीं है।”

हालांकि वो कहते हैं कि उनको जयनगर काफी पसंद है, लेकिन वहां पर खरीदने कि नहीं सोचते हैं क्योंकि उनका हिसाब बिल्कुल फिट नहीं बैठता है. वो बताते हैं “8 करोड़ की प्राइस सीधी-सीधी ओवरप्राइस्‍ड है और मेरी नेट वर्थ के हिसाब से बहुत बड़ा जोखिम भी। मैं अपनी लगभग पूरी संपत्ति एक इलिक्विड एसेट में फंसाऊं और फिर प्रार्थना करता रहूं कि इसकी कीमत हमेशा बढ़ती रहे।”

कीमतें इंटरनेशनल, सुविधाएं नहीं


उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं इसकी तुलना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करता हूं तो ये कीमत और भी अजीब लगती है। “इसी पैसे से मैं यूरोप के देश में लंबी अवधि की रेज़िडेंसी की ओर बढ़ सकता हूं और बेहतर प्लानिंग वाली प्रॉपर्टी खरीद सकता हूं, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर भी समझदारी वाला हो। ज्यादा विकल्प, ज्यादा विविधता, रोजाना की कम भागदौड़।”

फिलहाल, वह लाइफस्टाइल के लिए जयनगर में किराए पर रहना पसंद करते हैं और अपनी पूंजी कहीं और निवेश करते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे लिए ये ज्यादा समझदारी वाला फैसला लगता है।”

पोस्ट के अंत में उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वे अभी भी बेंगलुरु में आज की ऊंची कीमतों पर घर खरीद रहे हैं या वे भी इस वित्तीय तर्क पर सवाल उठाने लगे हैं।

सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन


इस मसले पर सोशल मीडिया यूजर्स ने कई तरह के कमेंट्स किए. एक यूजर ने लिखा “EU (या कोई भी विकसित देश) हमें वहां शायद न चाहे, लेकिन मुझे हैरानी होती है कि बेंगलुरु की कीमतें उन देशों जैसी हैं, जबकि बदले में कुछ मिलता नहीं।”

दूसरे यूजर ने लिखा “एक और ब्राउन पर्सन होने के नाते, मैं सहमत हूं। सेटल होने का मतलब सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होता, बल्कि जीवन की गुणवत्ता भी होती है. जिसमें आपका सोशल सर्कल, हेल्थकेयर और रिश्ते शामिल हैं।”

एक अन्य यूजर ने कहा, “मैं यूके में रहता हूँ और इस बार जब बेंगलुरु आया, तो देख कर झटका लगा कि यहां की कीमतें यूके से भी ज्यादा हैं। बेंगलुरु से होने के बावजूद मुझे लगता है कि मैं खुद इस शहर से ‘प्राइस्‍ड आउट’ हो चुका हूं और जिन इलाकों को जानता हूं, वहां कुछ भी खरीदना मेरी क्षमता से बाहर है!”