मोबाइल की लत बच्चों, युवाओं को बना रही चिड़चिड़ा
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में दो से 18 साल की उम्र के बच्चों और युवाओं में चिड़चिड़ा, डिप्रेशन और तनाव के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यह सब मोबाइल की लत के कारण हो रहा है। महिलाएं परिवारिक कारणों के चलते मानसिक रोग की शिकार हो रही है। हर माह 100 से 120 मरीज चिन्हित करने के बाद हेल्पलाइन पर कॉल कर मदद मांगने पर बुरहानपुर निमाड़ में सबसे आगे है।
जिले में हर साल मानसिक रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जिला अस्पताल मन कक्ष विभाग से मिली जानकारी अनुसार हर माह 90 से लेकर 115 मरीज डिप्रेशन का शिकार हो रहे है। जीरो से 18 साल तक बच्चे, युवा मोबाइल की लत तो घर में काम का दबाव और परिवारिक समस्या के चलते युवाओं और महिलाओं में भी चिड़चिड़ापन की शिकायतें अधिक है।मन कक्ष में प्रतिदिन 50 से 60 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे है। मानसिक रोगियों की रोकथाम को लेकर शुक्रवार को दुनियाभर में मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएंगा।
नशा से बढ़े पारिवारिक मामले बढ़े
लोगों में बढ़ता तनाव, डिप्रेशन अब मानसिक बीमारी को बढ़ा रहा है।इसका मुय कारण नशा और परिवारिक विवाद सामने आ रहे हैं। संकट के समय परिवार और समाज का सहयोग नहीं मिलने से चिड़चिड़ापन की समस्या बढ़ी है। एक्सपर्ट का कहना है कि बच्चे में इस समय ज्यादा मोबाइल पर समय बिता रहे हैं। इसके चलते सर्वाइकल और डिप्रेशन सहित अन्य बीमारियां कम उम्र में हो रही हैं। देर रात तक युवा मोबाइल चला रहे है, जिससे नींद पूरी नहीं होने से समस्या बढ़ रही है।
Updated on:
10 Oct 2025 10:46 pm
Published on:
10 Oct 2025 10:44 pm