
बुरहानपुर. शहर में डेंगू के साथ संक्रमित बीमारियां तेजी के साथ पैर पसार रही हैं। अभी तक 7 केस पॉजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सैपंलिंग नहीं बढ़ाई। वहीं शहरी सहित गांव में लार्वा नष्टीकरण का सर्वे भी अब तक शुरू नहीं होने से अन्य जगह से भी मरीज सामने आ रहे हैं। डेंगू की मरीजों की संख्या निजी अस्पताल में अधिक है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग जिला अस्पताल की रिपोर्ट को ही मान्य कर रहा है।
नावरा में मिले ने मरीज
नेपानगर के नावरा सहित अन्य गांव में डेंगू के मरीज मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग अब तक सक्रिय नहीं हुआ है। आंकड़े बता रहे हैं कि डेंगू के मरीज तेजी से बढऩे लगे। बारिश होने से कई जगह पर जलजमाव और गंदगी के कारण संक्रामक बीमारियां पनपने लगी है। यह संख्या भले ही अभी 7 है, लेकिन बुरहानपुर के लिए चिंता की बात इसलिए भी है कि यहां बसाहट का घनत्व अधिक होने से जब कोई वायरल फैलता है तो तेजी से बीमारी भी पैर पसारती है। अभी डेंगू के मरीज मिलने का कोई एक स्थान नहीं है पॉश इलाका हो या स्लम एरिया सभी जगह डेंगू और मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं।
लार्वा नष्टीकरण के लिए नहीं हुआ सर्वे
डेंगू मलेरिया की रोकथाम के लिए हर साल शासन द्वारा अलग से बजट जारी किया जाता है। शहर सहित गांव में अगर जिस घर में लार्वा मिलता है, उस घर के आसपास कार्रवाई की जाती है, लेकिन प्रत्येक वार्ड में टीम लार्वा सर्वे नहीं कर रही है। जबकि डेंगू के मरीजों की संख्या अगस्त से नवंबर तक तेजी से बढ़ती है। इसके हिसाब से अब आने वाले समय में डेंगू के मरीजों की संख्या और बढ़ेगी।
Published on:
28 Aug 2025 12:04 pm

