
हिण्डोली. मांगली स्थित माइनर।
बड़ाखेड़ा. टेल क्षेत्र के किसानों ने शनिवार को उपखण्ड कार्यालय पर पहुंचकर जल वितरण सीमिती अध्यक्ष बंशीलाल मीणा के नेतृत्व में ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि केशवरायपाटन ब्रांच एवं कापरेन ब्रांच की बाई मुख्य नहर में 20 नवंबर को पानी छोडा गया था, लेकिन यह पानी टेल क्षेत्र के बडाखेडा, लबान, पापडी, जाडला, माखीदा आदि गांवों में खेतों तक नहरी पानी नहीं पहुंच पाया है, वहीं दूसरी ओर सिंचाई विभाग द्वारा नहरों में पानी बंद कर दिया गया है।
टेल क्षेत्र की दोनों ब्रांचों में किसानों द्वारा हजारों हैक्टेयर कृषि भूमि में बोई गई रबी की फसल गेहूं, चना, सरसों, मैथी आदि की फसल नहरी पानी को तरस रही है। किसानों द्वारा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इस समस्या को लेकर टेल क्षेत्र के खेतों तक पानी पहुंचाने एवं पानी का गेज मैटेन करने का आग्रह किया गया, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा ध्यान नहीं देने को लेकर किसानों में नाराजगी जताई है।
टेल क्षेत्र के किसानों की द्वारा खेतों में खडी फसल को बचाने के लिए महंगे डीजल खरीद कर सिंचाई करने को मजबूर है। किसानों ने महंगे खाद बीज डीजल की व्यवस्था कर फसल बुवाई की थी, जो नहरी पानी के अभाव में दिनों दिन दम तोडी नजर आ रही है। किसानों ने बताया कि टेल क्षेत्र में 20 दिसबर तक चैन संख्या 85 पर गुहाटा हेड पर 80 सैमी गेज मेटन करनी की बात कही है। किसानों ने दम तोड रही फसलों की को नया जीवन दान मिल सके। ज्ञापन देने वालों में माखीदा जल वितरण समिति अध्यक्ष बंशीलाल मीणा, लबान प्रशासक बुध्दिप्रकाश मीणा, साहब लाल गुर्जर, कमला शंकर मीणा, रामेश्वर मीणा, गिरिराज, श्याम मीणा, नरेन्द्र मीणा, जगदीश, लखन आदि मौजूद रहे।
5 दिसंबर से होगा नहरों में जल प्रवाह
हिण्डोली. क्षेत्र के गुढ़ा बांध की नहरों की सफाई नहीं होने से जल उपयोक्ता संगमों के अध्यक्षों व किसानों में नाराजगी व्याप्त है। ग्राम पंचायत चतरगंज में महात्मा गांधी नरेगा चालू नहीं होने से नहरों की सफाई का कार्य शुरू नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार इस बार बजट के अभाव में जिले के सबसे बड़े गुढ़ा बांध की नहरो की सफाई पर्याप्त मात्रा में नहीं हो रही हैं। ऐसे में जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी चिंतित है।
जल उपयोक्ता संगमों के अध्यक्षों ने बताया कि ग्राम पंचायत चतरगंज व भवानीपुरा में नहरों की सफाई के लिए महात्मा गांधी नरेगा से कार्य नहीं हुआ है। जबकि 5 दिसंबर से नहरों में जल प्रवाह शुरू किया जाएगा। गुढ़ा बांध के अध्यक्ष शिवराम गुर्जर, प्रहलाद गुर्जर, बलभद्र सिंह ने बताया कि जल उपयोक्ता संगमों के अध्यक्षों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शिवराम गुर्जर ने बताया की गुढ़ा बांध की सभी नहरे पक्की बने। ताकि अंतिम छोर तक पानी आसानी से जा सके।
मनरेगा से हिण्डोली की सफाई का कार्य अंतिम चरण में है, जहां पर नहरों की सफाई नहीं हुई वहां पर जेसीबी लगाकर सफाई करवाई जाएगी। ताकि नहरों में जल प्रवाहित किया जा सकेगा।
प्रदीप कसाना, सहायक अभियंता, जल संसाधन विभाग, बूंदी
Published on:
30 Nov 2025 05:37 pm
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