
Son murder case father confession in Bijnor: यूपी के बिजनौर जिले के स्योहारा क्षेत्र में नौ नवंबर को गांव बुढ़ेरन के पास आम के बाग में एक युवक का शव मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। मृतक की पहचान सलमान पुत्र नफीस के रूप में हुई। शव मिलने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। शुरुआत में यह मामला गांव के ही नदीम और वकील के खिलाफ दर्ज कराया गया था, लेकिन जांच आगे बढ़ी तो कहानी पूरी तरह बदल गई।
सलमान के पिता नफीस ने नदीम और वकील को हत्या का जिम्मेदार बताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस की गहन जांच में दोनों आरोपी निर्दोष पाए गए। इसके बाद पुलिस की नजर असल आरोपियों तक पहुंची, जिनमें कोई बाहरी नहीं बल्कि खुद मृतक का पिता नफीस शामिल निकला। पुलिस की जांच में नफीस पुत्र शरीफ, शमशाद पुत्र खलील (निवासी मंसूर सराय) और महावीर उर्फ पप्पू पुत्र हरिश्चंद्र (निवासी ग्राम पिथापुर) के नाम सामने आए, जिन्होंने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
स्योहारा पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और हत्या में इस्तेमाल अलाकत्ल ईंट का आधा टुकड़ा भी मौके से बरामद कर लिया। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। केस के विवेचक सत्येंद्र कुमार ने बताया कि पूरी जांच में स्पष्ट हुआ कि सलमान की हत्या किसी बाहरी विवाद के कारण नहीं, बल्कि घर के अंदर लंबे समय से बढ़ रहे तनाव के चलते की गई थी।
पूछताछ के दौरान पिता नफीस ने जो बयान दिया, उसने सभी को हैरान कर दिया। उसने साफ कहा कि बेटा नालायक निकला, इसलिए मारना पड़ा। पुलिस के अनुसार सलमान के खिलाफ साल 2024 में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसके चलते वह एक महीने पहले ही जेल से बाहर आया था। पुलिस ने बताया कि युवक का व्यवहार लगातार बिगड़ता जा रहा था और घर की महिलाओं तक के साथ गलत हरकतें करने लगा था। इससे घर का माहौल पूरी तरह असहनीय बन गया था।
पुलिस के मुताबिक घटना वाली रात तीनों आरोपी घर में सो रहे सलमान के पास पहुंचे। पहले उसका गला घोंटा गया और फिर ईंट से ताबड़तोड़ वार करके उसकी हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी शव को उठाकर गांव के पास आम के बाग में फेंक आए, ताकि शक किसी और पर जाए। लेकिन पुलिस की सूक्ष्म जांच ने पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश कर दिया।
Published on:
15 Nov 2025 11:32 pm

