
MP News: राजधानी भोपाल के स्कूलों में विंटर यूनिफार्म लागू हो गई। इसके नाम पर एक हजार से ज्यादा स्कूलों में अभिभावकों से मनमानी हो रही है। इसकी कीमत 1300 से दो हजार तक तय हो गई। अभिभावकों को इसे मनमाने दामों पर खरीदना मजबूरी है। प्रशासन को अनदेखा कर दुकान विशेष और स्कूलों से इसे बेचा जा रहा है। सीबीएसई और प्ले स्कूल में यह मामले सबसे ज्यादा है।
राजधानी में 150 सीबीएसई और करीब एक हजार प्ले स्कूल संचालित हैं। बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए स्कूलों से विंटर जैकेट और श्वेटर के निर्देश जारी हुए। गोविंदपुरा के निजी स्कूल स्टूडेंट के अभिभावक को इसके लिए ढाई हजार रुपए चुकाने पड़े। साकेत नगर के एक अभिभावक ने बताया कि एमपी नगर सहित शहर में कुछ ही दुकानों पर स्कूल की विंटर यूनिफार्म मिली जो स्कूल मान्य कर रहे हैं। इसके रेट हर जगह एक जैसे हैं। यह नजारा प्ले स्कूलों में अलग है। यहां ये अपनी ही दुकान चला रहे हैं। अभिभावकों से राशि जमा कराकर स्कूल से ही स्वेटर और जैकेट दी जा रही है।
● फीस और यूनिफॉर्म की मनमानी रोकने कलेक्टर ने निर्देश जारी किए थे।
● निर्देश के तहत स्कूल और स्कूल परिसर से किताब यूनिफॉर्म नहीं बेची जा सकती है।
● अभिभावकों को दुकान विशेष पर जाने स्कूल मजबूर नहीं कर सकते
● तोड़ने पर स्कूल पर जुर्माने की कार्रवाई का नियम
शहर में दो लाख से ज्यादा स्टूडेंट हैं। इनके अभिभावकों को मनमाने दामों पर खरीदी के लिए मजबूर किया गया। इसके मामले आए हैं। अधिकांश मामलों में सामान्य से ज्यादा कीमत ली गई। परिवारों पर यह आर्थिक बोझ हैं।- विवेक गुप्ता, पैरेन्ट एसोसिएशन
कोई स्कूल इस तरह से मनमानी नहीं कर सकता। इस पर कार्रवाई की जाएगी। जांच की जाएगी। निजी प्ले स्कूल जिला शिक्षा विभाग के तहत नहीं आते हैं।- नरेन्द्र अहिरवार, जिला शिक्षा अधिकारी
Published on:
11 Nov 2025 11:47 am

