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एमपी में अधूरी रह गईं ‘मास्टर प्लान’ की ये 10 सड़कें !

MP News: निर्माण एजेंसियां खासतौर पर बीडीए जिम्मेदारी निभाता तो आज शहर में ट्रैफिक- पार्किंग की दिक्कत नहीं होती।

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प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source - Patrika)

प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source - Patrika)

MP News:एमपी के भोपाल शहर में मास्टर प्लान के साथ शहर की सड़कों की चौड़ाई भी घटा दी गई है। 2005 के प्लान में 60 मीटर चौड़ाई वाली सड़कें प्रस्तावित की गई थी, लेकिन शहर 24 से 30 मीटर चौड़ाई की सड़कों में ही सिमटकर रह गया। जबकि शहर के विस्तार और मुख्य क्षेत्रों को जोड़ने के लिए कई प्रमुख कॉरीडोर प्रस्तावित किए। जिन्हें नहीं बना पाए। बैरसिया और विदिशा सड़क के समानांतर वैकल्पिक सड़कों का प्रस्ताव भी शामिल था ताकि मौजूदा मार्गों पर यातायात का दबाव कम किया जा सके।

इन सड़कों की चौड़ाई पहले से तय थी

बोर्ड ऑफिस: चेतक ब्रिज - भेल मुख्य मार्ग - आउटर रिंग रोड को 60 मीटर चौड़ाई करना था, नहीं किया जा सका।

जेल रोड: जहांगीराबाद - लिली टॉकीज़ - थाना तलैया - भारत टॉकीज- अल्पना तिराहा - हमीदिया रोड को 45 मीटर तक चौड़ा करना था, नहीं कर पाए।

जहांगीराबाद पुलिस नियंत्रण कक्ष - रोशनपुरा : जवाहर डिपो मास्टर प्लान रोड का 45 मीटर चौड़ाई प्राप्त नहीं कर पाई।

भारत टॉकीज़ : पुलबोगदा - रायसेन रोड - पिपलानी - आनंद नगर मास्टर प्लान रोड भी 60 मीटर तक चौड़ी नहीं हो पाई।

माता मंदिर रोड: मुख्य मार्ग संख्या 3-कोलार रोड बनी है। लेकिन ये भी दस फीट कम चौड़ी रही।

सतगढ़ी क्षेत्र में बैरसिया और रायसेन की ओर 36 मीटर चौड़े प्रस्तावित मार्ग का उल्लेख है। इसे नहीं बनाया गया।

2005 के प्लान में 50 साल की योजना बनाई गई थी। यही वजह रही कि यहां 60 मीटर चौड़ी सडक़ें प्रस्तावित की। निर्माण एजेंसियां खासतौर पर बीडीए जिम्मेदारी निभाता तो आज शहर में ट्रैफिक- पार्किंग की दिक्कत नहीं होती। शीतल शर्मा, टाउन प्लानर