Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

प्लस

प्लस

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

एमपी में बड़ी कार्रवाई, निर्माण में गड़बड़ी पर जीएम और एजीएम को नोटिस, कंपनियां भी दोषी

Bhopal Bypass- मध्यप्रदेश में सार्वजनिक निर्माण कार्यों में गड़बड़ी उजागर होने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में भोपाल बायपास की सड़क धंसने के मामले की जांच रिपोर्ट में संबंधित अधिकारियों और निर्माण कंपनियों की लापरवाही की बात सामने आई है।

Notice to MPRDC GM and AGM over Bhopal Bypass Disruption
Notice to MPRDC GM and AGM over Bhopal Bypass Disruption

Bhopal Bypass- मध्यप्रदेश में सार्वजनिक निर्माण कार्यों में गड़बड़ी उजागर होने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में भोपाल बायपास की सड़क धंसने के मामले की जांच रिपोर्ट में संबंधित अधिकारियों और निर्माण कंपनियों की लापरवाही की बात सामने आई है। मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) की इस जांच रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि गलत डिजाइन और लापरवाही के कारण यह रोड धंसी थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर MPRDC की जनरल मैनेजर यानि जीएम सोनल सिन्हा और एजीएम संजीव जैन को नोटिस जारी कर सफाई मांगी गई है। दोषी कंपनियों पर भी कार्रवाई की बात कही गई है।

13 अक्टूबर को राजधानी भोपाल में बड़ा हादसा हुआ। बायपास पर रेलवे ओवरब्रिज से जुड़ी रेनफोर्स्ड अर्थ वॉल की रोड एकाएक धंस गई। करीब 100 मीटर लंबाई की रोड 20 फीट नीचे चली गई। रोड धंसने से बड़ा गड्‌ढा बन गया। हादसे से कुछ मिनट पहले तक यहां से तेज रफ्तार से वाहन गुजर रहे थे। बाद में रोड को बंद करवाया गया।

हादसे के बाद हल्ला मचा तो एमपीआरडीसी ने जांच की बात कही। चीफ इंजीनियर बीएस मीणा, जनरल मैनेजर मनोज गुप्ता और आरएस चंदेल की जांच टीम ने मौके पर जाकर गहराई से पड़ताल की। एमपीआरडीसी के एमडी भरत यादव को सोमवार को यह जांच रिपोर्ट सौंपी गई।

जांच रिपोर्ट में भोपाल बायपास की सड़क के इस हिस्से की डिजाइन गलत पाई गई। जांच अधिकारियों ने हादसे के लिए सिस्टम और जिम्मेदारों की लापरवाही को भी बड़ी वजह बताई। निर्माण कंपनी और सलाहकार कंपनी को भी दोषी बताया गया।

दोनों अधिकारियों को नोटिस जारी

जांच रिपोर्ट में मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) की जनरल मैनेजर सोनल सिन्हा और एजीएम संजीव जैन की भूमिका पर भी उंगली उठाई गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर इन दोनों अधिकारियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। दोनों दोषी कंपनियों पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया चालू कर दी गई है।