9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस सत्र से हफ्ते में एक दिन नो बैग डे

-कक्षा का अनुसार बस्तों का वजन तय, रोज सभी किताबें नहीं लाना पड़ेगी-लोक शिक्षण संचालनालय ने जारी किए आदेश

2 min read
Google source verification
school4.jpg

भोपाल.
प्रदेश के सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे लाखों बच्चों के लिए यह राहत की खबर है। राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2020 में की गई घोषणा अब मूर्तरूप लेने जा रही है। जिसके अनुसार आने वाले सत्र से अब स्कूलों के बच्चों को सप्ताह में एक दिन बस्ता लेकर स्कूल नहीं जाना होगा। सरकारी स्कूलों में शनिवार को 'नो बैग डेÓ दिन तय किया गया है, वहीं प्राइवेट स्कूल अपने हिसाब से दिन तय कर सकते हैं। नए शैक्षिक सत्र से इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। आदेशों को पालन न करने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नवीन दिशा-निर्देश लोक शिक्षण संचालनाय की आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव ने जारी किए हंै। जारी निदेर्शों में प्रदेश के सभी सरकारी व निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए स्कूल बैग में किताबों का वजन तय कर दिया है। यह वजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप तय किया गया है। इसी के साथ सप्ताह में एक दिन 'नो बैग डेÓ होगा। इस दिन व्यवसायिक कार्यानुभव से संबंधित गतिविधियां कराई जाएगी।
-दूसरी तक के बच्चों को नहीं मिलेगा होमवर्क
स्कूल बैग पॉलिसी 2020 के तहत दूसरी क्लास तक के बच्चों को होमवर्क नहीं दिया जाएगा। कक्षा 3 से 5वीं तक के विद्यार्थियों को प्रति सप्ताह 2 घंटे, कक्षा 6वीं से आठवीं तक प्रतिदिन 1 घंटे तथा कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को प्रतिदिन दो घंटे का ही होमवर्कदिया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई के घंटे भी तय किए हैं।
पिछले आदेश किए निरस्त
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य है। इसके तहत स्कूलों में बस्ते के वजन को कम करना है। बस्ते को वजन को कम करने के लिए करीब दो साल पहले सितंबर 2022 में स्कूल शिक्षा विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए थे। लेकिन इसका स्कूलों में पालन नहीं करवा पाया। स्कूल बैग के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के पूर्व में जारी किए सभी आदेशों को निरस्त करते हुए नवीन दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नवीन दिशा-निदेर्शों का शैक्षणिक सत्र 2024 से सख्ती से पालन किया जाएगा।

वजन चार्ट लगाना जरूरी
प्रत्येक स्कूल को नोटिस बोर्ड एवं कक्षा कक्ष में बस्ते के वजन का चार्ट प्रदर्शित करना होगा। स्कूल डायरी का वजन भी बस्ते के वजन में ही शामिल किया गया है। साथ ही शाला प्रबंधन समिति के द्वारा ऐसी समय-सारणी तैयार की जाएगी, जिससे विद्यार्थियों को प्रतिदिन सभी पुस्तकें, अभ्यास पुस्तिकाएं, कॉपियां नहीं लानी पड़े।
यह रहेगा बस्ते का वजन
कक्षा वजन (किग्रा. में)
पहली 1.6-2.2
दूसरी 1.6-2.2
तीसरी 1.7-2.5
चौथी 1.7-2.5
पांचवी 1.7-2.5
छटवी 2.0-3.0
सातवी 2.0-3.0
आठवी 2.5-4.0
नौवी 2.5-4.5
दसवीं 2.5-4.5
ग्यारवी बस्ते का वजन शाला प्रबंधन समिति द्वारा विभिन्न विषय स्ट्रीम के आधार पर तय किया जाएगा।
बारहवीं बस्ते का वजन शाला प्रबंधन समिति द्वारा विभिन्न विषय स्ट्रीम के आधार पर तय किया जाएगा।