
mpbse exam: परीक्षा में गड़बड़ी और नकल के मामलों को रोकने हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी होना जरूरी है। माध्यमिक शिक्षा मंडल इसकी शुरुआत करने जा रहा है। अब तक केवल संवेदनशील केन्द्रों पर इसकी अनिवार्यता थी। फरवरी में दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा होगी। इसके लिए परीक्षा केन्द्रों का तय होना है। इस बार केन्द्र सीबीएसई की तर्ज पर होंगे।
पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर शुरुआत होने जा रही है। प्रारंभिक तौर पर जिलों में इसे लागू किया जा रहा है। प्राइवेट स्कूलों को इसके लिए निर्देश भी जारी किए जाने हैं। बोर्ड की कार्यपालिका में इस पर प्रस्ताव रखा गया था। इस पर मंजूरी के बाद आगे की कार्रवाई होने जा रही है। प्रदेश के सभी जिलों में केन्द्र बनेंगे। इसकी जांच रिपोर्ट जिला स्तर पर होगी। कलेक्टर की अध्यक्षता में सेंटर की जांच होगी। परीक्षा फरवरी में है। दिसंबर तक केंद्रों की सूची फाइनल हो जाएगी।
दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के लिए प्रदेश में चार हजार परीक्षा केन्द्र बनेंगे। ये निजी और सरकारी दोनों स्कूलों में होंगे। करीब 18 लाख स्टूडेंट परीक्षा देंगे।
सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में जिन स्कूलों को शामिल किया गया है। उन्हें बोर्ड से नियंत्रित किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र के बंडल खोलने से लेकर हर विद्यार्थी और पर्यवेक्षक के तौर पर ड्यूटी कर रहे शिक्षकों की निगरानी बोर्ड करेगा।
परीक्षा की तैयारी शुरू परीक्षा तैयारी के लिए काम शुरू हो गया है। परीक्षा केन्द्रों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी होंगे। मंडल में कंट्रोल रूम बनेगा। सीसीटीवी के माध्यम से पूरे प्रदेश पर निगरानी हो सकेगी। इससे परीक्षा प्रक्रिया भी पूरी तरह पारदर्शी बनाने में बोर्ड को मदद मिलेगी।
डॉ. प्रियंका गोयल, प्रभारी सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल
Updated on:
23 Oct 2025 09:55 am
Published on:
23 Oct 2025 09:54 am

