Patrika Logo
Switch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

कैच

कैच

ई-पेपर

ई-पेपर

संभलकर जाते-जाते 17-18 सितंबर को ‘तरबतर’ करेगा मानसून, IMD की चेतावनी

mp weather: मध्यप्रदेश मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के आसपास बने दो चक्रवातीय सिस्टम के कारण अगले दो दिन कई जिलों में अच्छी बारिश होगी..।

mp weather
mp weather heavy rainfall in next 2 day imd issues warning

mp weather: मध्यप्रदेश में अब मानसून अपने अंतिम दौर में है, जल्द ही मानसून की विदाई का वक्त आने वाला है लेकिन विदाई से पहले मानसून प्रदेश के तरबतर करके जाएगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। दो अलग अलग साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम प्रदेश के आसपास सक्रिय हैं जिनके असर से अच्छी बारिश होगी। मंगलवार को भी इन साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से भोपाल के कुछ हिस्सों में, जबलपुर और नर्मदापुरम के पिपरिया में बारिश हुई।

अगले दो दिन भारी

मौसम विभाग के मुताबिक 17-18 सितंबर को प्रदेश के कई जिलों में अच्छी बारिश होगी। मंगलवार को मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे (बुधवार की सुबह 8.30 बजे तक) के लिए जो बुलेटिन जारी किया है उसमें प्रदेश के 5 जिलों बुरहानपुर, खंडवा, बड़वानी, सिवनी और छिंदवाड़ा में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ ही प्रदेश के लगभग सभी जिलों में झंझावात और व्रजपात का येलो अलर्ट जारी किया है। इसी तरह से 17 सितंबर को भी मौसम विभाग नागपुर के मुताबिक पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो सकती है।

दो साइक्लोनिक सिस्टम एक्टिव

मौसम विभाग के मुताबिक मध्यप्रदेश से लगे उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में अलग अलग साइक्लोनिक सिस्टम बने हुए हैं । उत्तर प्रदेश में बने साइक्लोनिक सिस्टम से पूर्वी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बने साइक्लोनिक सिस्टम की वजह से पश्चिमी मध्यप्रदेश में भारी बारिश हो सकती है। वहीं राजस्थान के कुछ हिस्सों, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों से दक्षिण पश्चिम मानसून पीछे हट गया है और मानसून की विदाई हो गई है।

प्रदेश में कोटे से ज्यादा पानी गिरा

बता दें कि मध्यप्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 42.1 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 35.2 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 6.9 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। यह कोटा पिछले सप्ताह ही पूरा हो गया है। इस मानसूनी सीजन में इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति ठीक नहीं है। यहां सबसे कम पानी गिरा है। सबसे कम बारिश वाले टॉप-5 जिलों में बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा खरगोन और शाजापुर शामिल हैं।