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MP में मंत्री की मुश्किलें बढ़ी, BJP हाईकमान तक पहुंचा मामला, नेमप्लेट पर पोती कालिख

Pratima Bagri- मंत्री प्रतिमा बागरी के रिश्तेदारों पर गांजा तस्करी का आरोप, युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन किया, बीजेपी ने हाईकमान को कराया अवगत

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Pratima Bagri

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Pratima Bagri- एमपी की मंत्री प्रतिमा बागरी Pratima Bagri की मुश्किलें बढ़ती जा रहीं हैं। उनके रिश्तेदारों की गांजा तस्करी में गिरफ़्तारी का मामला बीजेपी हाईकमान तक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि राज्य के सीएम मोहन यादव और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने राष्ट्रीय नेतृत्व को मामले की जानकारी दी है। मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई और बहनोई गांजा तस्करी में पकड़ाए हैं। विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से तस्करों से किसी भी प्रकार के संबंध होने से साफ इंकार कर दिया था। इधर बुधवार को सुबह युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री की नेमप्लेट पर कालिख पोत दी। इसके बाद उनके बंगले की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

प्रदेश की नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी सतना जिले की रैगांव से विधायक हैं। उनके भाई अनिल को गांजा तस्करी में गिरफ्तार किया गया है। कुछ दिन पहले मंत्री प्रतिमा बागरी के बहनोई को भी तस्करी के मामले में यूपी में गिरफ्तार किया जा चुका है।

सगे भाई और बहनोई को तस्करी के मामले में पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी Pratima Bagri बुरी तरह घिर गई हैं। जहां कांग्रेस उनसे इस्तीफा मांगते हुए प्रदर्शन कर रही है वहीं राज्य सरकार पर भी निशाना साधा जा रहा है। प्रदेश में बीजेपी सत्ता और संगठन को इस मुद्दे पर जवाब देना कुछ मुश्किल साबित हो रहा है।

भाई अनिल बागरी और बहनोई शैलेंद्र सिंह की करतूतों के कारण राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का राजनैतिक कैरियर दांव पर लगता दिख रहा है। ऐसे में उन्होंने भाई और बहनोई, दोनों से खुद को सार्वजनिक रूप से अलग कर लिया है। मंत्री प्रतिमा बागरी ने साफ कह दिया कि कोई भी खुद को रिश्तेदार बना लेता है, मेरा उनसे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी अपराधी होगा, उनपर कठोर कार्रवाई होगी। पुलिस प्रशासन अपना काम करेगा।

हालांकि मंत्री प्रतिमा बागरी ने पार्टी को कुछ अलग ही सफाई पेश की। बीजेपी संगठन और सीएम मोहन यादव के समक्ष उन्होंने स्वीकारा कि ​अनिल बागरी उनका भाई है लेकिन बहनोई शैलेंद्र सिंह से उनका कोई नाता नहीं है।

गांजा तस्करी के आरोप में पकड़े गए अनिल बागरी और शैलेंद्र सिंह से खुलेआम पल्ला झाड़ने के बाद भी मंत्री प्रतिमा बागरी की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं। बीजेपी को इस मुद्दे पर जवाब देना मुश्किल हो रहा है। इस बीच राष्ट्रीय नेतृत्व को भी पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि सीएम डॉ. मोहन यादव और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष को मामले से अवगत कराया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पूरा मामला बताया गया है।

नेम प्लेट पर कालिख

भाई और बहनोई के गांजा तस्करी के पकड़े जाने पर कांग्रेस नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी Pratima Bagri का इस्तीफा मांग रही है। बुधवार को तो युवक कांग्रेस ने अलसुबह विरोध प्रदर्शन किया। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 74 बंगला स्थित मंत्री के बंगले पर लगी नेम प्लेट पर कालिख पोत दी। भोपाल युवा कांग्रेस के कार्यवाहक जिला अध्यक्ष अमित खत्री के नेतृत्व में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने मंत्री प्रतिमा बागरी के सरकारी निवास पर सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी है।

बता दें कि 7-8 दिसंबर की रात मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर से 48 पैकेट गांजा बरामद किया गया था। सतना के एएसपी प्रेमलाल धुर्वे के अनुसार इन्हें धान की बोरियों में छिपाकर रखा गया था। जब्त गांजा की कीमत 9 लाख से ज्यादा है। रामपुर बघेलान पुलिस ने पंकज को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि यह गांजा अनिल बागरी और उनके बहनोई शैलेन्द्र सिंह का है। इसके बाद पुलिस ने अनिल को पकड़ा।